देवरिया: देवरिया हत्याकांड मामले में यूपी सरकार एक्शन मोड में है। SDM-CO समेत राजस्व और पुलिस विभाग के 15 अफसरों को सस्पेंड करने के बाद अब बुलडोजर चलाने की तैयारी शुरू हो गई है। प्रेम यादव के घर पर शुक्रवार शाम तहसील प्रशासन ने अवैध कब्जे से जुड़ा नोटिस चस्पा कर दिया है।
नोटिस में लिखा है कि यह मकान सार्वजनिक भूमि को कब्जा करके बनाया गया है. इससे राजस्व को नुकसान हुआ है. प्रशासन ने इसकी क्षतिपूर्ति के लिए रकम निर्धारित करते हुए प्रेम यादव के परिवार को इसे जमा करने का वक्त दिया है. साथ ही इस भूमि को खाली करने की चेतावनी दी गई है. प्रशासन की ओर से प्रेम यादव के मकान पर लगाया गया नोटिस उनके पिता रामभवन यादव के नाम से जारी किया गया है.
इतना ही नहीं प्रशासन ने यह नोटिस पूर्व प्रधान प्रेमचंद यादव के साथ इस वारदात में शामिल तीन अन्य आरोपियों के भी घरों पर लगाया गया है. इनके भी मकान खलिहान व नई परती की जमीन पर बनें है.बता दें कि देवरिया जिले के फतेहपुर गांव में दो अक्टूबर को प्रेम यादव के समर्थकों ने सत्यप्रकाश दुबे के परिवार में पांच लोगों की हत्या कर दी थी. इससे पहले सत्यप्रकाश दुबे के परिसर में प्रेम यादव की हत्या हुई थी. इस तरह से छह लोगों की हुई हत्या का यह मामला जिला ही नहीं, पूरा प्रदेश हिल उठा था. खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस वारदात में घायल होकर जीवन और मृत्यु से जूझ रहे सत्यप्रकाश के बेटे को देखने पहुंचे थे.
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इस घटना के बाद हरकत में आए जिला प्रशासन ने प्रेम यादव के मकान की जांच कराई. पाया गया कि यह मकान ग्राम सभा की जमीन को कब्जा कर बनाया गया है. यह जमीन राजस्व रिकार्ड में खलिहान के नाम से दर्ज है. लेकिन प्रेम यादव ने अपने प्रभाव का इस्तेमाल करते हुए ना केवल इसे कब्जा कर लिया, और इस जमीन पर आलीशान हवेेली खड़ी कर दी.
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