लखनऊ : तेलीबाग के कैनाल रोड पर स्थित राष्ट्रीय मत्स्य आनुवंशिक संसाधन ब्यूरो में शुक्रवार को एनबीएफजीआर और जूलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (जेडएसआई) के बीच मछलियों पर अनुसंधान की दिशा में संस्थागत सहयोग के लिए एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए।

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समझौता ज्ञापन में विशेषज्ञता साझा करने और उनके टैक्सोनोमिक संकल्पों के लिए रूपात्मक और आणविक दृष्टिकोण के माध्यम से टैक्सोनोमिक अस्पष्टताओं / गूढ़ जलीय प्रजातियों की पहचान संबंधी मामलों को हल करने के लिए परस्पर यात्राओं को सुविधाजनक बनाने, डेटाबेस का उपयोग करके ज्ञान के आदान-प्रदान की सुविधा, शार्क और रे मछलियों की गंभीर रूप से लुप्तप्राय प्रजातियों के लिए जनसंख्या आनुवंशिकी पर अध्ययन, और ‘राज्य-मछलियों’ और रामसर साइटों की मछलियों की बारकोडिंग आदि पर ध्यान केंद्रित किया गया है। इसके बाद उन्होंने छह वैज्ञानिक कर्मियों की एक टीम के साथ आईसीएआर-एनबीएफजीआर का दौरा करने के साथ ही संस्थान के राष्ट्रीय मत्स्य संग्रहालय और कोष, गंगा एक्वेरियम और प्रयोगशालाओं का भी दौरा किया। इस मौके पर संस्थान के निदेशक डॉ. उत्तम कुमार सरकार, डॉ. सी. रघुनाथन अतिरिक्त निदेशक, जेडएसआई और दोनों संगठनों के वैज्ञानिकों मौजूद रहें।

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