धर्म-कर्म : गलत कर्मों की वजह से नरकों में मिलने वाली भारी सजा से बचाने वाले, जीवों की मदद भलाई के लिए प्रभु द्वारा अपनी ताकत देकर यहां मृत्युलोक में भेजे गए, परमात्मा से मिलने का तरीका बताने वाले, इस समय के युगपुरुष, पूरे समरथ सन्त सतगुरु, दुःखहर्ता, उज्जैन वाले बाबा उमाकांत जी महाराज का दशहरा के अवसर पर सत्संग व नामदान कार्यक्रम ( स्वास्थ्य एवं समय परिस्थिति अनुकूल रहने पर) 23 अक्टूबर को सायं 4 बजे से व 24 अक्टूबर को प्रात: 10 बजे से बाबा जयगुरुदेव आश्रम, पिंगलेश्वर रेलवे स्टेशन के सामने, मक्सी रोड, उज्जैन (म.प्र.) में होगा। इस कार्यक्रम में बाबा जी सभी जीवों को इस नर्क लोक से मुक्ति दिलाने वाले प्रभु के नाम का दान देंगे। साथ में सत्संग के माध्यम से लोगों को नशामुक्त और शाकाहार रहने की प्रेरणा देंगे। संपर्क: 9575600700, 9754700200.
चाल चलन को खराब मत होने देना-बाबा जी
महाराज जी ने बताया कि मां ने कहा, देख योगी! तुम्हारे ऊपर औरतों का बड़ा हमला होगा। जब तुम्हारे अंदर सिद्धि आएगी और तुम्हारी लोकप्रियता बढ़ेगी, लोगों को तुम्हारी बातों से फायदा होने लगेगा तो हर तरह के लोग तुम्हारे पास आएंगे। इस दौरान माया भी इनके रूप में तुम्हारे पास आएगी और तुझको ठगने का प्रयास करेगी, लेकिन तुम्हे गुरु के वचनों के किले के अंदर रहना। गुरु की लक्ष्मण रेखा खींची हुई है, उस रेखा के अंदर रहना। गुरु की मर्यादा को मत तोड़ना। चाल-चलन को अपने खराब मत होने देना। बाबा जी ने आगे कहा कि, इस संसार में तुमको बहुत सी मां मिल जाएगी, जो इसी तरह से उपदेश और प्यार करने वाली होंगी। तो उनसे भी सीख ले लेना लेकन तेरी तरफ से यह रहे कि यह मेरी मां है। भूख लगे तब खाना और जब खूब नींद आए तब सोना। इसी में तेरी तरक्की होगी।