धर्म कर्म: इस वक़्त के पूरे कामिल फ़क़ीर, मुर्शिद ए कामिल, रूह को निजात मुक्ति मोक्ष दिलाने वाले, बेइंतहा रूहानी दौलत के मालिक, खुदा का पैगाम सबको सुनाने वाले, पूरे समरथ सन्त सतगुरु, दुःखहर्ता, उज्जैन वाले बाबा उमाकान्त जी महाराज ने बताया कि गुरु पर भरोसा विश्वास करना चाहिए और सतगुरु के बताये रास्ते पर चलना चाहिए, आगे चलकर आप मंजिल तक पहुँच ही जाएंगे । हमको तो है। जरूरत पड़ेगा तो सब हो जाएगा। जैसे-जैसे जरूरत पड़ेगी, सब होता चला जाएगा।
यदि आप सोचो कि साधन सुविधा होने का बाद काम करेंगे तो समय निकल जाएगा। अभी काम करने का समय है। लोगों को जगाने, बताने, समझने का समय है। महात्माओं के लिखे धार्मिक ग्रंथों पुस्तकों को उनके पास जाकर समझो और करो पालन। गीता-पुराण में, मोहम्मद साहब ने कुरान में, सबने यही नियम कानून बनाया कि जीवों पर दया करो, रहम करो, सत्य बोलो। जानवरों के मांस को खाने की वजह से बुराइयां मनुष्य करने लग गया इसलिए शाकाहारी नशामुक्त बनो और बनाओ।