लखनऊ : बिजनौर इलाके के नूरनगर, भदरसा में स्थित राज्य आपदा मोचन बल उ.प्र. वाहिनी मुख्यालय में चल रहे 12 दिवसीय आपदा मित्र प्रशिक्षण कार्यक्रम के 35वें बैच का समापन मंगलवार को सम्पन्न हुआ। इसमें जनपद मेरठ, बागपत, लखीमपुर खीरी, गाजियाबाद से आए 464 आपदा मित्र/सखी को आपदा प्रबंधन व प्राथमिक उपचार के विषय पर प्रशिक्षण प्रदान किया गया हैं। इसका पहला बैच 7 जनवरी 2022 से शुरू हुआ था। इसमें भारत सरकार द्वारा एक लाख आपदा मित्र तैयार किये जाने की योजना थी। उत्तर प्रदेश से सबसे अधिक 10,200 आपदा मित्र तैयार किये जाने थे, जिसमे से राज्य आपदा मोचन बल उ.प्र. की ओर से 25 जनपदों के 10176 आपदा मित्र/ सखी जिसमें (पुरुष 8994, महिला 1182) को तैयार किया जा चुका है।

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इस मौके पर एसडीआरएफ सेनानायक डॉ0 सतीश कुमार ने बताया कि, भारत सरकार की ओर से चलाये गये कार्यक्रम में आपदा मित्रों को जो प्रशिक्षण दिया गया है, वह प्रदेश में होने वाली किसी भी आपदा बाढ़, भूकंप, भूस्खलन, शीतलहर, लू, बोरवेल, बिल्डिंग कॉलेप्स और आग जैसी प्राकृतिक व मानव जनित आपदाओं में एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, अन्य एजेंसियो के साथ समन्वय स्थापित कर अहम भूमिका निभाकर कारगर रेस्क्यू करने में सहायक होंगे। जिससे किसी भी आपदा में जन धन की हानि को कम किया जा सकेगा। उन्होंने बताया कि, एक ओर जहां पुरुष प्रशिक्षण में भाग लेकर आपदा मित्र कहला रहे हैं, वहीं दूसरी ओर महिलाएं भी कन्धे से कन्धा मिलाकर प्रशिक्षण में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेकर आपदा सखी कहला रही हैं। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में आपदा मित्रो को आपदा किट भी प्रदान की गई है, जिसमे 14 जीवन रक्षक वस्तुएं जैसे- फर्स्ट एड बॉक्स, लाइफ जैकेट, टॉर्च आदि प्रदान किया गया है। जो किसी भी आपदा में रेस्क्युअर के लिए सहायक होंगी।

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