लखनऊ: सरोजनी नगर फायर स्टेशन पर मंगलवार को दीपावली त्यौहार के अवसर पर की जा रही तैयारियों का जायजा लेने के लिए CFO (Chief Fire Officer) लखनऊ मंगेश कुमार पहुंचे तो वहां के फायर कर्मचारियों में हलचल मच गई। इस दौरान सीएफओ ने सरोजनीनगर अग्निशमन केंद्र के प्रभारी सुमित जादौन के साथ-साथ अन्य दमकल कर्मियों को दीपावली त्यौहार को लेकर विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए। उन्होंने क्षेत्र में लगने वाले अस्थाई आतिशबाजी स्थलों की जानकारी लेने के साथ ही दुकान स्थलों पर विशेष सावधानी बरतने के निर्देश भी दिए हैं।
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इसके अलावा मुख्य अग्निशमन अधिकारी ने सरोजनीनगर फायर स्टेशन पर पहले से मौजूद स्काई पब्लिक स्कूल के अध्यापकों और छात्र-छात्राओं को दीपावली पर पटाखे जलाते समय बरती जाने वाली सावधानियों के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि, छोटे बच्चों को बड़ों की निगरानी में ही पटाखे जलाने चाहिए।
साथ ही आग लगने की दशा में पानी भरी बाल्टी और फायर ब्लैंकेट तैयार रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि, पटाखा जलाते समय सुरक्षित दूरी पर खड़े हों। पटाखे बंद बॉक्स या मटके में रखकर ना जलाएं और पटाखा जलाते समय ढीले-ढाले कपड़े नहीं पहनने चाहिए। साथ ही,बच्चों को रॉकेट और सुतली बम जैसे पटाखे नहीं जलाने चाहिए, क्योंकि उनकी वजह से किसी के भी घर में आग लग सकती है। इसको लेकर फायरमैन मुकेश कुमार भदौरिया द्वारा प्रायोगिक तौर पर बच्चों को जानकारी दी गई। साथ ही 112 सेवा के बारे में भी विस्तार से बताने के साथ- साथ लोगों को प्रतिबंधित पटाखे न जलाने की हिदायत भी दी है।
बरतें ये सावधानियां :-
– हरेक पटाखों के स्टाल के बीच की दूरी तीन फीट की होनी चाहिए।
– टीन की शेड से निर्मित स्टालों में आग से निपटने के लिए हरेक स्टाल के पास कम से कम 2 बाल्टी पानी व नियमानुसारफायर एक्सटिंग्विशर होना चाहिए।
– बच्चे अपने अभिभावकों की देखरेख में ही पटाखे जलाएं।
– बेहतर हो कि पटाखे किसी खुले स्थान पर जलाएं ताकि आतिशबाजी से होने वाली आगजनी की आशंका को कम किया जा सके।
– आतिशबाजी के दौरान एक बाल्टी पानी करीब रखी जानी चाहिए, ताकि हाथ झुलस जाने की सूरत में पानी का इस्तेमाल किया जा सके।
– सूती कपड़े पहनकर ही आतिशबाजी करें।