धर्म कर्म: आदि काल से चले आ रहे पांच नामों के नामदान को देने के एकमात्र अधिकारी, हर तरह से सक्षम, इस समय के पूरे सन्त सतगुरु उज्जैन वाले बाबा उमाकान्त जी महाराज ने बताया कि मांसाहार करने से खून दूषित हो जाएगा फिर उस अशुद्ध शरीर से, हाथ से फूल पत्ती प्रसाद चढ़ाएगा, मांसाहारी मुंह से स्तुति पूजा-पाठ करेगा तो कुबूल नहीं होगा। इसीलिए हर साल लक्ष्मी गणेश की पूजा करते हैं लेकिन लक्ष्मी खुश नहीं होती।
जो मेहनत ईमानदारी की कमाई करके लाता है, अच्छे काम में लगाता है तो लक्ष्मी को उससे खुश होकर रुक जाती हैं। और जो गलत जगहों जैसे शराब की दूकान पर लक्ष्मी को फैंक आता है, लक्ष्मी को भी शर्म आती है कि यहां हमको फेंक गया। शराबी के पास लक्ष्मी पैसा नहीं रुकता है, कभी नहीं। इसलिए शाकाहारी रहो और नशे का सेवन मत करो। इस दिवाली पर संकल्प बनाओ, अंडा-मांस, शराब आदि नशों का सेवन छोड़ो।