धर्म कर्म: इस सृष्टि के नीचे से उपर तक के सारे भेद और बारीकियां जानने वाले, घर-गृहस्थी को भी सेट करने और साथ ही आत्म कल्याण के उपाय बताने वाले पूरे सन्त सतगुरु, दुःखहर्ता, उज्जैन वाले बाबा उमाकान्त जी महाराज ने बताया कि नामदान दिया जायेगा, खाली नहीं लौटाया जायेगा। आपको बताई गयी युक्ति उपाय के अनुसार करोगे तो देवताओं से मिलना, उनका दर्शन और उनसे बात भी होगी। लेकिन किसी को भी मत बताना।
औकात से ज्यादा काम करने पर ही मनुष्य को देवता कहने लगते हैं। जैसे कुम्हार अंदर हाथ से सहारा देकर बाहर से चोट मार कर घड़े को सुन्दर सुडौल बनाता है, वैसे ही गुरु महाराज ने मुझे हर तरह से ट्रेनिंग दिया, दया किया कि आपको कुछ बताने लायक बना। आप भी सुनिए कि देवताओं को किस बात की फिक्र रहती है, स्वयं पूज्य महाराज जी के श्री मुख से। बाबा जी ने आगे बताया आज के आदमी से ज्यादा जानवर नियम, संयम का पालन करते हैं।