दिल्ली : महिला पहलवान विनेश फोगाट ने अपना मेजर ध्यानचंद और अजुन अवार्ड वापस लौटने का ऐलान किया है। उन्होंने अपने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट कर इस मामले की जानकारी दी है। आपको बता दें, विनेश से पहले बजरंग पुनिया भी अपना पद्मश्री अवार्ड लौटाने का ऐलान कर चुकें हैं। विनेश ने अपने एक्स पोस्ट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्टी लिखी, जिसमे उन्होंने कहा कि, मैं अपना मेजर ध्यानचंद खेल रत्न और अर्जुन अवार्ड वापस कर रही हूँ। इस हालत में पहुंचाने के लिए ताकतवर का बहुत-बहुत धन्यवाद।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि, यह पूरा मामला बृजभूषण सिंह के करीबी दोस्त संजय सिंह से जुड़ा हुआ है। कुश्ती महासंघ के पूर्व अध्यक्ष के सन्यास के बाद जब 21 दिस्मबर को संजय सिंह को कुश्ती महासंघ का नया अध्यक्ष चुना गया, तो साक्षी मालिक ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पहलवानी से सन्यास ले लिया। जिसके बाद बजरंग पुनिया ने भी अपना पद्मश्री अवार्ड लौटा दिया। वहीं अब महिला पहलवान विनेश फोगाट ने भी प्रधानमंत्री को चिट्टी लिखकर अपने पुरस्कार को लौटने की जानकारी दी है। उन्होंने अपने सोशल मीडिया साइट एक्स पर एक पोस्ट करते हुए लिखा कि, “माननीय प्रधानमंत्री जी, साक्षी मलिक ने कुश्ती छोड़ दी है और बजरंग पूनिया ने अपना पद्मश्री लौटा दिया है। देश के लिए ओलंपिक मेडल जीतने वाले खिलाड़ियों को यह सब करने के लिए, किस ने मजबूर किया, यह सब सारे देश को पता है और आप तो देश के मुखिया हैं तो आपतक भी यह मामला पहुंचा होगा। प्रधानमंत्री जी, मैं आपके घर की बेटी विनेश फोगाट हूं और पिछले एक साल से जिस हाल में हूं यह बताने के लिए आपको यह पत्र लिख रही हूं।” उन्होंने आगे बढ़ते हुए कहा कि, मुझे वो साल 2016 याद है, जब साक्षी ओलंपिक में पदक जीतकर आई थी। सरकार ने उसे ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ का ब्रांड एम्बेसडर बनाया था। क्या हम बेटियां सिर्फ विज्ञापनों पर छापने के लिए हैं। जब बजरंग पुनिया ने अपना अवार्ड लौटने का सोचा होगा तब यह उसके लिए कितना भयावह होगा। हमें ये अवार्ड्स हमारी जान से भी प्यारे हैं लेकिन अब हमें इनसे घिन आने लगी है। प्रधानमंत्री जी, मैं आपसे पूछना चाहती हूं कि क्या हम देशद्रोही हैं?