लखनऊ: देश में जैसे-जैसे लोकसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं, पूरा देश धरना प्रदर्शन के माहौल से गर्मा गया है। लखनऊ स्थित पर्यटक स्थल इको गार्डन पर आये दिन धरना प्रदर्शन चलता रहता है। पर्यटक स्थल होने के बावजूद इको गार्डन दिल्ली के जंतर मंतर की तरह एक धरना प्रदर्शन स्थल में तब्दील हो चुका है। इको गार्डन में 569 दिनों से 69000 शिक्षक भर्ती आरक्षण घोटाले को लेकर पहले से ही धरना चल रहा था और अब लेखपाल भर्ती में दिव्यांग कोटे के खाली 188 पदों को लेकर सरकार एवं UPSSSC आयोग के खिलाफ धरना शुरू हो गया है।

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आपको बताते चलें कि, धरना कर रहे विकलांग अभ्यर्थियों ने जनवरी 2022 में UPSSSC PET की परीक्षा में ऑर्थोपेडिक हैंडीकैप श्रेणी में लेखपाल की 188 पदों की भर्ती के लिए परीक्षा में भाग लिया था। PRE और MAINS दोनों परीक्षाओं की सभी प्रकार की चयन प्रक्रिया को पार करने के बाद अभ्यर्थियों को UPSSSC आयोग ने भर्ती के लिए अयोग्य घोषित कर दिया जबकि अभी भी विकलांग कोटे के 188 पद खाली हैं। OH (ऑर्थोपेडिक हैंडीकैप) अभ्यर्थियों ने अपने साथ हुए इस अन्याय पर सरकार और राजस्व के खिलाफ धरना देकर उनसे सवाल किये कि, यदि हमारी भर्ती नहीं करनी थी तो परीक्षा फीस लेकर हमारी परीक्षा क्यों ली गयी। हमारे साथ हुए इस अन्याय पर उत्तर प्रदेश सरकार को जवाब देना होगा कि, यदि विकलांग कोटे की नियुक्ति करनी ही नहीं थी तो परीक्षा फॉर्म में OH (ऑर्थोपेडिक हैंडीकैप) श्रेणी का विकल्प ही क्यों दिया गया था।

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