Ayodhya : रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए 16 जनवरी से ही मंदिर परिसर में विभिन्न प्रकार की विधियां, हवन और पूजा की जा रही है। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के दूसरे दिन रामलला की चांदी की मूर्ति को राममंदिर परिसर का भ्रमण कराया गया है। जिसके बाद 18 जनवरी को भगवान रामलला ने राम मंदिर में बने गर्भगृह में प्रवेश किया। इस दौरान भी मंदिर में हवन और यज्ञ का आयोजन जारी रहा। ऐसा कहा जा रहा है की, आज शुभ मुहूर्त में प्रतिमा की गर्भ गृह में स्थापना की जा सकती है।
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अयोध्या: गर्भगृह के अंदर लाई गई भगवान राम की मूर्ति । #Ayodhya #AyodhyaSriRamTemple #RamMandirPranPratishta #RamLalla pic.twitter.com/gfiFGJjXBA
— GK News Live युवा जोश, नई सोंच शहर से गांव तक (@GkNewsLive1) January 18, 2024
आपको बतादें, बुधवार दोपहर 10 किलो वजनी चांदी से बनी रामलला की प्रतिमा को मुख्य यजमान डॉ़ अनिल मिश्रा ने पालकी पर विराजमान कर मंदिर के अंदर व मंदिर के चारों तरफ भ्रमण कराया। इस दौरान मंदिर परिसर वैदिक मंत्रोंच्चारों से गूंजता रहा। रामलला की अचल मूर्ति बुधवार की देर शाम विवेक सृष्टि परिसर से भारी सुरक्षा में राम जन्मभूमि परिसर पहुंचाई गई। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा तक प्रत्येक दिन आगे के अनुष्ठान होते रहेंगे। मिली जानकारी के मुताबिक, गर्भगृह में प्रवेश के बाद 19 जनवरी को अग्नि स्थापना, नवग्रह स्थापना और हवन के साथ धान्याधिवास, औषधाधिवास, केसराधिवास और घृताधिवास किया जाएगा, इसके बाद 20 जनवरी को राम मंदिर परिसर में शर्करादिवास, फलाधिवास, पुष्पधिवास, का कार्यक्रम आयोजित होगा। 21 जनवरी को गर्भगृह में मध्याधिवास, शैय्याधिवास की विधि सम्पन्न करने के बाद 22 जनवरी को रामलला की विग्रह पूजा होगी और रामलला की आंखों से पट्टी खोल कर उन्हें दर्पण दिखाया जाएगा।