Hug Day: लग जा गले की फिर ये हसीं रात हो ना हो शायद फिर इस जनम में मुलकात हो न हो…. लता दीदी का ये मशहूर गीत जो हर किसी की जुबान पर रहता है। हम जब भी इस गाने को गुनगुनाते या सुनते हैं तब भावविभोर हो जाते हैं क्योंकि इस गाने की जो लाइन है वो शायद ठीक ही है कि, किसी अपने को अलविदा कहने से पहले एक बार गले लगना जरूरी तो नहीं पर उस वक्त में बहुत ख़ास हो जाता है क्योंकि जब हम किसी अपनों के गले लगते हैं तब हमारी भावनाएं व्यक्त होती है और इससे जाहिर होता है कि, वो इंसान हमारे जीवन कितना खास है।

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जब भी हम किसी असंतुलन की परिस्थिति से गुजर रहे होते हैं और हमारे हौसले कमजोर पड़ने लगते हैं तब उस वक्त हमे किसी अपने के सहारे की जरूरत होती है या जब भी हमे ऐसा लगता है कि, अब खुद की लड़ाई में खुद की ही हार हो रही है तब उस वक्त बस यही मन करता है कि, काश कोई ऐसा हो जो गले से लगा के कहे, मत परेशान हो। सब ठीक हो जाएगा। यानी हग करना एक बेहद पवित्र इमोशन है जिसे हम अलग-अलग तरीके से बयां करते हैं। सीने से लगना सिर्फ गंभीर परिस्थितियों का हिस्सा नहीं है बल्कि, जब हम बहुत खुश होते हैं तब भी हम अपने दोस्तों, भाइयों और माता-पिता के गले लगते हैं। हालांकि सीने से लगाना पश्चिमी देशों की सांस्कृति है लेकिन इस समय हमारे देशों में भी काफी प्रचलित हो गया है। हम जब भी किसी मेहमान या परिचित से मिलते हैं तो सबसे पहले उनका स्वागत गले लगाकर करते हैं। लेकिन इस बीच ये भी समझना बहुत जरूरी है कि, किसी के गले लगना कितना सही या कितना गलत हो सकता है यानी कभी-कभी बहुत से लोग ऐसे होते हैं जब इस दौरानगलत तरिके से छूने की कोशिश करते हैं।

कैसे पहचाने गुड टच, बैड टच
अगर कोई आपको Touch करे और उससे आपको अच्छा लगे तो ये गुड टच होता है। बुरा स्पर्श (Bad Touch) – जब कोई आपको इस तरह से Touch करे कि आपको उससे बुरा लगे तो ये बैड टच होता है। अगर कोई अनजान व्यक्ति प्राइवेट पार्ट्स गलत तरीके से छूने की कोशिश करे तो यह बैड टच होता है।

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