Manoj Tiwary slammed Dhoni: पूर्व भारतीय क्रिकेटर मनोज तिवारी ने आज भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी पर एक गंभीर आरोप लगाते हुए उन्हें अपने क्रिकेट करियर में असफल होने का कारण बता दिया। आज बंगाल की ओर से अपने करियर का आखिरी घरेलू मुकाबला खेलने के बाद मनोज तिवारी ने धोनी पर यह बड़ा आरोप लगाया। महेंद्र सिंह धोनी के कप्तान रहते हुए कई खिलाड़ी सुपरस्टार बने तो कुछ को मौका कम मिला तो वे इसका जिम्मेदार पूर्व कप्तान धोनी को मानते हैं. गौतम गंभीर, युवराज सिंह और इरफ़ान पठान के बाद अब मनोज तिवारी ने भी धोनी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.
मनोज तिवारी ने घरेलू क्रिकेट से सन्यास लेने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए महेंद्र सिंह धोनी पर निशाना साधते हुए कहा कि, “मैं एमएस धोनी से यह पूछना चाहता हूँ की साल 2011 में शतक लगाने के बावजूद मुझे टीम से क्यों ड्राप किया गया था. मेरे अंदर भी विराट कोहली और रोहित शर्मा जैसे हीरो बनने की काबिलियत मौजूद थी. आज मैं देख रहा हूँ कि कई खिलाड़ियों को मौका दिया जा रहा है जिसे देखकर दुःख पहुँचता है”.
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आपको बताते चलें कि मनोज तिवारी ने भारत के लिए कुल 12 एकदिवसीय मैच खेले हैं जिसमे 26.09 की बेहद साधारण सी औसत से 287 रन बनाये हैं. इस दौरान उन्होंने एक शतक और एक अर्धशतक भी लगाया है.इसके अलावा भारत के लिए मनोज ने 3 T20 मैच ही खेलें है, जिसमे उन्हें एक ही बार बल्लेबाजी का मौका मिला और 15 रन बनाये. धोनी पर इस तरह के गंभीर आरोप लगाने वाले मनोज को आईपीएल में भरपूर मौके मिले लेकिन वहां भी 98 मैचों में 117 के बेहद धीमे स्ट्राइक रेट के साथ मनोज ने मात्र 1695 रन ही बनाये. अब इस तरह के आकड़े लेकर खुद की तुलना विराट कोहली और रोहित शर्मा से करना सही है और क्या वाकई धोनी का विराट और रोहित को पहले प्राथमिकता देना गलत निर्णय था? यह चर्चा का विषय है.