Dhruv Jurel Story: रांची टेस्ट में इंडिया इंग्लैंड के 353 रन के जवाब में मुश्किल में फंसी हुई नजर आ रही थी भारत ने अपने 5 विकेट मात्र 161 रन पर ही खो दिए थे. ऐसे में इसी श्रृंखला में भारत के लिए पदार्पण कर रहे ध्रुव जुरेल ने न सिर्फ भारत को संभाला बल्कि हारते हुए इस मैच में भारत की जीत पक्की कर दी. इस युवा विकेटकीपर बल्लेबाज ने 149 गेंदों पर 90 रनों की पारी खेली। ध्रुव ने 90 रन की संयम भरी पारी में 6 चौके और 4 गगनचुम्बी छक्के जड़े. ध्रुव जुरेल शतक बनाने से जरूर चूक गए लेकिन भारतीयों का दिल जीतने से नहीं चूके.

आपको बताते चले कि, उत्तर प्रदेश से आने वाले ध्रुव के पिता नीम चंद भी देश की सेवा कर चुके हैं. वे सेना के एक रिटायर्ड हवलदार हैं जिन्होंने कारगिल युद्ध में भी भाग लिया था और देश को सम्मान दिलाने में एहम भूमिका निभाई थी. अपने पिता की तरह ही अब ध्रुव भी विश्व स्तर पर देश का मान बढ़ाते हुए दिख रहे हैं. हाल ही में पूर्व विष्फोटक बल्लेबाज वीरेंदर सहवाग ने भी ध्रुव की तारीफ करते हुए कहा कि, कोई शोर शराबा नहीं, न मीडिया की कोई हाइप, बस खूबसूरती से अपनी काबिलियत उस वक्त दिखाई जब भारत सबसे ज्यादा मुश्किलों में था. कुछ लोग ध्रुव को पूर्व भारतीय कप्तान धोनी का विकेटकीपिंग के तौर पर उत्तराधिकारी भी कह रहे हैं.

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