Citizenship Amendment Act: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविदं केजरीवाल ने आज एक वीडियो जारी कर के CAA कानून के खिलाफ अपनी नाराजगी खुलकर जाहिर की और बीजेपी पर जमकर हमला करते हुए इसे वोट बैंक की राजनीति बताया और देशभर को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि, भारत को बहुत बड़ी मुसीबत में धकेला जा रहा है. CAA कानून के अनुसार 31 दिसंबर 2014 के पहले पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से आये हुए गैरमुस्लिम शरणार्थियों को भारत की नागरिकता दी जाएगी. CAA के विरोध में केजरीवाल ने कहा कि, अभी ये तारीख 2014 है लेकिन आप सभी देखिएगा कि एक बार ये सिलसिला शुरू हो गया तो अगले चुनाव में यही तारीख बढ़ाकर 2024 कर दी जाएगी.

आज अरविन्द केजरीवाल ने अपने कार्यालय से ही एक्स(पहले ट्विटर) पर एक वीडियो जारी करते हुए CAA के खिलाफ अपना गुस्सा निकाला। उन्होंने कहा हमारे अपने देश में इतनी गरीबी और बेरोजगारी है. बीजेपी सरकार उसे दूर करने की बजाय ऐसे कानून लेके आ रही है. बीजेपी पाकिस्तान के बच्चों को हमारे बच्चों का हक़ देना चाहती है. जो पैसा हमारे देश के विकास में खर्च होना चाहिए उसे पाकिस्तान के लोगो का घर बसाने में खर्च किया जा रहा है. उन्होंने आगे बीजेपी पर सवाल उठाते हुए कहा कि, बीजेपी ये क्यों कर रही है? दरअसल जब तीनो देशो से 1.5 से 2 करोड़ लोग आएंगे तो उन्हें उन राज्यों में जगह दी जाएगी जहाँ बीजेपी का वोट प्रतिशत कमजोर है. यह सब वोट बैंक की राजनीति है. दूसरा बड़ा सवाल यह है कि, बीजेपी के कार्यकाल में हमारे कई बड़े व्यापारी बीजेपी की गलत नीतियों के चलते देश छोड़कर चले गए. ये वो व्यापारी थे जो हमारे बच्चो को रोजगार देते थे. बीजेपी दुसरे देशों के लोगों को बसाने के बजाय इन व्यापारियों को वापस से बसाए, ये क्या बत्तमीजी है कि दूसरे देश के लोगों को बसायेंगे और हमारे बच्चों का हक उन्हें देंगे। सबसे बड़ा धोखा असम के साथ हुआ है. असम के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा शर्मा को इस कानून के खिलाफ आवाज उठानी चाहिए थी. इस कानून से असम की भाषा और संस्कृति खतरे में है.

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आगे अरविन्द केजरीवाल ने पूरे देश से यह अपील की कि, “पूरे देश की यह मांग है कि यह कानून वापस लिया जाए और अगर बीजेपी यह कानून वापस नहीं लेती तो इस लोकसभा चुनाव में आप सभी बीजेपी के खिलाफ वोट करके अपना गुस्सा जाहिर करें.”

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