Lucknow : रियल एस्टेट कारोबारी आदित्य मिश्रा की खुदकुशी के मामले में एक बहुत बड़ा खुलासा हुआ है। गोसाईंगंज के मलौली गांव निवासी रियल एस्टेट कारोबारी आदित्य मिश्रा ने सोमवार को अपने दफ्तर में गोली मारकर खुदकुशी कर ली थी। वहीँ अब उनकी डायरी में लिखे सुसाइड नोट से उनकी मौत से जुड़ा एक बड़ा खुलासा हुआ है। नोट में दावा किया गया है कि, एनओसी न मिलने से वह काफी परेशान थे, उनकी खुदकुशी के लिए कोई भी जिम्मेदार नहीं है।
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आपको बतादें, मृतक आदित्य मिश्रा सुशांत गोल्फ सिटी में ढाई हजार एकड़ में संस्कार नगरम नाम से सनातन सिटी प्रोजेक्ट को धरातल पर उतारने में लगे थे। लेकिन सिंचाई विभाग से एनओसी नहीं मिली। एलडीए से ले-आउट भी पास नहीं हो पा रहा था। जिसके चलते वह बेहद हताश थे। अपने नोट में उन्होंने यह भी बताया कि, उनकी जमीन के पास ही पूर्वांचल के एक बाहुबली नेता की भी जमीन है। इसको लेकर बाहुबली का भी उन पर दबाव था। इसी वजह से उन्होंने खुदकुशी कर ली। एडीसीपी साउथ शशांक सिंह ने बताया कि, संस्कार नगरम प्रोजेक्ट करीब पांच सौ करोड़ रुपये का था। इसमें तमाम लोगों की बड़ी रकम बकाया थी। पैसों के लेनदेन में तमाम चीजें भी फंसी हुई थीं, इसलिए आदित्य काफी तनाव में थे। जिसके चलते उन्होंने यह कदम उठाया है। आदित्य के तनाव में होने की बात उनके दोस्तों व परिजनों ने भी पुलिस को बताई थी। वहीं डीसीपी साउथ तेज स्वरूप सिंह ने बताया कि, आदित्य के दफ्तर में लगे सीसीटीवी कैमरे खंगाले गए हैं, उसमें किसी तरह की संदिग्धता नहीं पाई गई। जिस कमरे में आदित्य बैठते थे वहां कैमरा नहीं है। लेकिन, अगर परिजन कोई तहरीर देंगे तो जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी।