Ram Lala Surya Tilak: अयोध्या में भगवान श्री रामलला के ‘सूर्य तिलक’ के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गयी हैं। अब से कुछ घंटों के बाद रामलला का भव्य राम मंदिर में सूर्य तिलक किया जाएगा। 22 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा प्राण-प्रतिष्ठा समारोह में नए मंदिर में भगवान राम की मूर्ति की प्रतिष्ठा के बाद यह पहली रामनवमी होगी जब सूर्य की किरणें रामलला के मस्तक पर पड़ेंगी और दर्पण व लेंस से जुड़े एक विस्तृत तंत्र द्वारा उनका ‘सूर्य तिलक’ संभव हो सकेगा।
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इस प्रणाली का परीक्षण वैज्ञानिकों ने मंगलवार को किया. इसे ”सूर्य तिलक परियोजना” का नाम दिया गया है। परियोजना के तहत, श्री रामनवमी के दिन दोपहर के समय भगवान राम के मस्तक पर सूर्य की रोशनी लाई जाएगी। ” उन्होंने बताया कि ”सूर्य तिलक परियोजना के तहत हर साल चैत्र माह में श्री रामनवमी पर दोपहर 12 बजे से भगवान राम के मस्तक पर सूर्य की रोशनी से तिलक किया जाएगा और हर साल इस दिन आकाश पर सूर्य की स्थिति बदलती है.” पौराणिक कथा के अनुसार त्रेता युग में भगवान राम का जन्म चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को दोपहर 12:00 बजे हुआ था। श्रीराम जन्म से सूर्यवंशी थे और उनके कुल देवता सूर्यदेव हैं। आज चैत्र नवरात्रि का आखिरी दिन है और इसी के साथ देशभर में राम नवमी का त्योहार भी मनाया जा रहा है। आज दोपहर 12 बजकर 16 मिनट पर सूर्य की पहली किरण रामलला के मस्तक पर पड़ेगी। जिसका सभी को बेसब्री से इंतजार है।