UP : नीट पेपर लीक मामले को लेकर पूरे देश में बवाल मचा हुआ है। छात्र लगातार पेपर रद्द कर इसे पुनः नए सिरे से करवाने की मांग कर रहे हैं। वहीँ दूसरी ओर सरकार पेपर लीक को गलत और झूठी अफवाह बता रही है। आज केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने भी नीट परीक्षा का पेपर लीक होने के आरोप को सिरे से खारिज कर दिया है।
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उन्होंने पेपर लीक के आरोपों को नकारते हुए कहा कि, एनटीए में भ्रष्टाचार नहीं मिला है। यह बहुत विश्वसनीय निकाय है।’ ‘नीट परीक्षा में पेपर लीक का कोई सबूत नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि ‘सुप्रीम कोर्ट मामले पर सुनवाई कर रहा है, हम भी ये सुनिश्चित करेंगे कि किसी छात्र को नुकसान न हो। कोर्ट जो भी फैसला लेगा हम उनका आदेश मानेंगे।
1563 बच्चों की फिर से होगी परीक्षा: सुप्रीम कोर्ट ने दिया आदेश-
बतादें कि, नीट पेपर लीक मामले पर आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। इस दौरान केंद्र सरकार ने कोर्ट को बताया कि, नीट-यूजी 2024 की परीक्षा में जिन 1,563 छात्रों को ग्रेस मार्क्स दिए गए, उन्हें रद्द कर दिया गया है। अगर कोई उम्मीदवार दोबारा परीक्षा नहीं देना चाहता है तो उनके ग्रेस मार्क्स काट लिए जाएंगे। इन सभी 1,563 छात्रों को 23 जून को फिर से परीक्षा देने का विकल्प दिया गया है। सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई पर धर्मेंद्र प्रधान ने कहा ‘कोई भ्रष्टाचार नहीं हुआ है। धर्मेंद्र प्रधान ने आगे कहा कि, इस मुद्दे पर शैक्षिक जगत से जुड़े लोगों की एक समिति बनाई जा रही है। इस समिति की रिपोर्ट को कोर्ट में पेश किया जाएगा। एनटीए ने देश में तीन बड़ी परीक्षाएं नीट, जेईई और सीयूईटी सफलतापूर्वक आयोजित कराईं हैं। घटना में जो भी दोषी पाए जाएंगे उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।’
पेपर लीक का कोई सबूत नहीं है, दोषी पाए जाने पर होगी कार्रवाई:-
केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने आक्रोशित और हताश छात्रों और उनके परिजनों को आश्वासन देते हुए कहा कि 24 लाख छात्रों ने सफलतापूर्वक नीट की परीक्षा दी है। पेपर लीक का कोई सबूत नहीं मिला है। ‘मैं छात्रों और उनके परिजनों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि भारत सरकार और एनटीए सभी प्रभावितों को न्याय दिलाएगी। उन्होंने कहा कि, कोर्ट ने 1563 बच्चों की दोबारा परीक्षा के लिए जो तरीका सुझाया है, उसके मुताबिक ही काम कर परीक्षा करवाई जाएगी, हर किसी को न्याय मिलेगा।