लखनऊ: राजस्थान के दौसा जिले में पुजारी शंभु शर्मा की मौत पर संग्राम मचा हुआ है. पुजारी की मौत के बाद शव के साथ जारी आंदोलन को हफ्तेभर से भी ऊपर हो गया है. राजधानी जयपुर की सड़क पर पुजारी के शव को रखकर लगातार प्रदर्शन किया जा रहा है. पुजारी शंभु शर्मा के शव को लेकर बीजेपी सांसद प्रदर्शन कर रहे हैं. जिस वजह से पुजारी की अंत्येष्ठी अब तक नहीं हो सकी है और शव पर अब सियासत जोरों पर है. हालांकि इस हंगामे को शांत कराने की कोशिश में राज्य की कांग्रेस सरकार आंदोलनकारियों के साथ वार्ता कर रही है.
दरअसल, राजस्थान के दौसा जिले में पुजारी की हत्या गत दिनों पहले हुई थी. आरोप है कि दौसा जिले के महवा के पास टिकरी गांव में पुजारी की मंदिर की जमीन भू माफियाओं ने हड़प ली थी. इस सदमे में 75 वर्षीय बुजुर्ग और मूक-बधिर पुजारी शंभू शर्मा की मौत हो गई थी. परिजनों ने आरोप लगाते हुए प्रदर्शन किया तो बाद में बीजेपी के सांसद डॉक्टर किरोड़ी लाल मीणा दौसा में ही शव को रखकर प्रदर्शन करने लग गए.
पुजारी की मौत पर दौसा में बीजेपी और पुलिस के बीच टकराव देखने को मिला. इस बीच किरोड़ी लाल मीणा पुजारी के शव को जयपुर लेकर चले गए. जहां पिछले 4 दिन से लगातार आंदोलन किया जा रहा है. शंभु शर्मा के शव को लेकर बीजेपी नेता जयपुर में प्रदर्शन कर रहे हैं, जिस वजह से अभी तक पुजारी का अंतिम संस्कार नहीं हो सका है. शनिवार को शव को लेकर धरने पर बैठे बीजेपी सांसद किरोड़ी लाल मीणा पुलिस को चकमा देकर शव को लेकर मुख्यमंत्री निवास के पास सिविल लाइंस फाटक तक पहुंच गए. हालांकि पुलिस ने लाठीचार्ज कर प्रदर्शनकारियों को वहां से भगाया. लेकिन इससे नाराज बीजेपी के कार्यकर्ता बड़ी संख्या में पुजारी के शव के साथ सिविल लाइंस फाटक पर ही धरने पर बैठ गए. अभी भी मामला शांत नहीं हुआ है.
उधर, पूर्व सीएम और बीजेपी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वसुन्धरा राजे ने पुजारी शंभु शर्मा के मामले में राज्य की गहलोत सरकार को निशाने पर लिया है. उन्होंने कहा कि लगता है राज्य में सरकार नाम की कोई संस्था नजर ही नहीं आती. क्योंकि यदि यहां सरकार ही होती तो बीजेपी सांसद किरोड़ी लाल मीणा को न्याय के लिए पुजारी का शव जयपुर नहीं लाना पड़ता. पूर्व सीएम ने कहा कि यह एक प्रकरण नहीं है, आए दिन प्रदेश में ऐसी घटनाएं हो रही है. लेकिन सरकार है कि हाथ पर हाथ धरें बैठी है, इनको रोकने के लिए कुछ उपाय ही नहीं कर रही.