UP: हाथरस भगदड़ मामले में SIT ने अपनी जांच पूरी कर सरकार को अपनी रिपोर्ट सौंप दी है। इस मामले में SIT ने रिपोर्ट में घटना के लिए आयोजकों को जिम्मेदार ठहराया गया है, जबकि भोले बाबा को क्लीन चिट दे दी गई है। जिसे लेकर अब मायावती ने सरकार और एसआईटी पर निशाना साधते हुए उन्हें सवालों ने घेरे में खड़ा कर दिया है।
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बसपा सुप्रीमो मायावती ने एक ट्वीट करते हुए कहा कि, पेश रिपोर्ट घटना की गंभीरता के हिसाब से नहीं होकर राजनीति से प्रेरित ज्यादा लगती है, यह अति-दुःखद। उन्होंने कहा कि रिपोर्ट में मुख्य आयोजक भोले बाबा पर खामोशी चिंता का कारण है।
SIT पर उठाए सवाल:-
मायावती ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए कहा कि, यूपी के जिला हाथरस में सत्संग भगदड़ कांड में हुई 121 निर्दोष महिलाओं व बच्चों की दर्दनाक मौत सरकारी लापरवाही का जीता-जागता प्रमाण है किन्तु एसआईटी द्वारा सरकार को पेश रिपोर्ट घटना की गंभीरता के हिसाब से नहीं होकर राजनीति से प्रेरित ज्यादा लगती है। यह अति-दुःखद है।
1. यूपी के ज़िला हाथरस में सत्संग भगदड़ काण्ड में हुई 121 निर्दोष महिलाओं व बच्चों आदि की दर्दनाक मौत सरकारी लापरवाही का जीता-जागता प्रमाण, किन्तु एसआईटी द्वारा सरकार को पेश रिपोर्ट घटना की गंभीरता के हिसाब से नहीं होकर राजनीति से प्रेरित ज्यादा लगती है, यह अति-दुःखद। 1/2
— Mayawati (@Mayawati) July 10, 2024
उन्होंने कहा कि, मामले की जांच के लिए बनाई गई एसआईटी ने अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंप दी है। इसके आधार पर एसडीएम, सीओ, एसओ व तहसीलदार समेत छह अफसरों को निलंबित कर दिया गया है। इस अति-जानलेवा घटना के मुख्य आयोजक भोले बाबा की भूमिका के सम्बंध में एसआईटी की खामोशी भी लोगों में चिन्ताओं का कारण है। उन्होंने कहा कि सरकार जरूर ध्यान दे ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृति न हो।