UP: देश के तमाम प्रसिद्ध मंदिरों के बाद अब अयोध्या के रामलला की पूजा-अर्चना करने के लिए आम जन के साथ ही मंदिर के पुजारियों के लिए भी नए नियम बनाए गई है। रामलला की पूजा-अर्चना करनेवाले पुजारियों के लिए ड्रेस कोड लागू कर दिया गया है। साथ ही पुजारीयों द्वारा राममंदिर के अंदर एंड्राॅएड फोन के इस्तेमाल पर भी रोक लगा दी गई है। यह व्यवस्था 22 जुलाई से प्रभावी होगी।
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बताया जा रहा है कि, अब राममंदिर के पुजारी सफेद धोती व पीली चौबंदी में नजर आएंगे। साथ ही रामलला की पूजा-अर्चना करने वाले सभी 25 पुजारियों को राममंदिर ट्रस्ट की ओर से की-पैड फोन दिया गया है। पुजारी राममंदिर में अब केवल की-पैड वाले फोन का ही इस्तेमाल कर सकेंगे। वहीँ मंदिर में फोटोग्राफी, वीडियो बनाने की सख्त मनाही हो गई है।
राममंदिर ट्रस्ट ने जारी किया आदेश:
मिली जानकारी के मुताबिक, राममंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने शुक्रवार को नए पुजारियों के साथ बैठक कर उन्हें राममंदिर की आचार संहिताओं और नियमों से अवगत कराया। इसी दौरान ट्रस्ट की ओर से ड्रेस कोड भी लागू कर दिया गया। कहा जा रहा है कि, ट्रस्ट की ओर से पुजारियों को गर्मी और ठंडी के लिए तीन सेट ड्रेस उपलब्ध कराई जाएगी। वहीँ एंड्रॉएड फोन के इस्तेमाल पर रोक लगा कर सभी पुजारियों को ट्रस्ट की ओर से बात करने के लिए की-पैड वाले फोन दिये गए हैं। पुजारी राममंदिर में जाने से पहले अपने फोन को मंदिर में बने लॉकर रूम में जमा करेंगे।
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इसके साथ ही राममंदिर में पूजा-सेवा के लिए आए सभी नए पुजारियों को रोस्टर की एक-एक प्रति उपलब्ध करा दी गई है। जिसके अनुसार ही उन्हें अपनी सेवाएं देनी होंगी। वहीँ गर्भगृह में लगाए गए हैं पुजारियों को आठ से 10 घंटे काम करना होगा। जबकि कुबेर टीला, यज्ञ मंडपम, अस्थायी मंदिर में विराजमान हनुमान जी की पूजा-अर्चना के लिए रोस्टर अलग होगा। यहां चार से छह घंटे के लिए पुजारियों को लगाया जाएगा।