दिल्ली: कोलकाता में हुए दुष्कर्म औऱ हत्याकांड़ को लेकर देशभर में गुस्से का माहौल है। बता दें, ट्रेनी डॉक्टर के साथ हुई हैवानियत को लेकर देशभर के डॉक्टर्स में काफी नाराजगी देखने को मिल रही है। जिसके चलते सभी डॉक्टर्स मृतक डॉक्टर को न्याय दिलाने के लिए हड़ताल कर रहे हैं। फिलहाल, इस मामले की जांच अब सीबीआई टीम को सौप दी गई है।
डॉक्टर्स ने हड़ताल को जारी रखने का किया ऐलान
इसी सिलसिले में दिल्ली के एम्स औऱ FAIMA डॉक्टर्स ने हड़ताल को जारी रखने का ऐलान किया है। जहां फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया मेडिकल एसोसिएशन (FAIMA) समेत रेजिडेंट डॉक्टर्स जैसे एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. इंद्र शेखर प्रसाद ने कहा,” कि जब तक शासन-प्रशासन चिकित्सा कर्मियों की सुरक्षा को लेकर कोई कानून नहीं लागू करता है, तब तक डॉक्टरों का ये हड़ताल चालू रहेगा। क्योंकि, एक डॉक्टर्स ही है, जो मरीजों को बचाने के लिए जी-जान लगा देता है। जब उन्हीं डॉक्टरों के साथ इस तरह की घिनौनी हरकत होगा, तो ये डॉक्टरों के लिए गंभीर बात है।
हालांकि, ये कोई पहला मामला नहीं है जब एक डॉक्टर के साथ इस तरह की वारदात को अंजाम दिया गया है। बल्कि इससे पहले भी ऐसे ही कई मामले सामने देखने को मिले है, जिस पर आज तक प्रशासन का कोई कानून लागू होता नहीं दिखा। लेकिन इस बार डॉक्टरों का ये हड़ताल शासन-प्रशासन से डॉक्टरों की सुरक्षा के लिए कोई ठोस कानून बनवाकर ही रहेगा।
सीएम ममता पर लगा आरोप
वहीं इस घटना की जांच को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा पुलिस को सात दिन का समय दिया गया था, साथ ही इस मामले को सीबीआई जांच के लिए सौपने की भी बात कही गई थी, जिसमें देरी होने पर सवाल उठाया गया है, जहां भाजपा के प्रवक्ता गौरव भाटिया ने ममता बनर्जी पर आरोप लगाते हुए कहा कि ममता बनर्जी संदीप घोष (आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल) को गिरफ्तार करवाने के बजाय उसे बचाने की कोशिश कर रही है। तभी तो उन्होंने प्रिंसिपल संदीप का कलकत्ता नेशनल मेडिकल कॉलेज में ट्रांसफर करवा दिया। जिसके चलते डॉक्टरों का गुस्सा और भी बढ़ गया।
‘भाजपा मांग रही ममता से इस्तीफा’
वहीं पश्चिम बंगाल के जाने-माने नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी ने एक बड़ा बयान देते हुए कहा कि “सीबीआई को संदीप घोष, डॉ. एसपी दास और विनीत गोयल को अपनी हिरासत में लेना चाहिए, मगर ऐसा नहीं हुआ, क्योंकि, घटना की दूसरी रात को डायरेक्टर ऑफ मेडिकल एजुकेशन सुशांत राय और डॉ. अभीक डे आखिरकार वहां किस मकसद से गए थे? ऐसे में तो यहीं लगता है कि सबूतों के साथ छेड़छाड़ करने के लिए ही ये लोग वहां पर मौजूद थे, ऐसे रवैये को नजरअंदाज करने वाली मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का भाजपा इस्तीफा मांगती हैं. हम विधानसभा के गेट पर धरना प्रदर्शन जारी रखेंगे, शाम में हमारी रैली है.”।