दिल्ली: देशभर में आज स्वतंत्रता दिवस हर्षो-उल्लास के साथ मनाया जा रहा हैं। जिसको लेकर हर नागरिक इस राष्ट्रीय त्योहार के जश्न में डूबा हुआ हैं। 78वें स्वतंत्रता दिवस पर आज देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली के लाल किले से राष्ट्रीय ध्वज को फहराया। इस दौरान देशवासियों को संबोधित कर पीएम मोदी ने 97 मिनट तक देश के संबोधन में अपना भाषण दिया।
पीएम मोदी ने खुद का तोड़ा रिकॉर्ड
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के उन पीएम में से हैं, जिन्होंने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लगातार 11वीं बार अपना भाषण दिया है। क्योंकि, भारत देश की आजादी के बाद इतना लंबा भाषण सिर्फ और सिर्फ पीएम मोदी का ही रहा है। पीएम मोदी ने 97 मिनट का भाषण देकर खुद का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। जी हां, उन्होंने 2016 में 94 मिनट का भाषण देकर अपना रिकॉर्ड बनाया था, मगर इस 78वें स्वतंत्रता दिवस पर उन्होंने एक बार फिर अपना रिकॉर्ड तोड़ दिया है। बता दें, साल 1947 में तत्कालीन प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में 72 मिनट का ही भाषण दिया था। वहीं, पीएम भाषण की तुलना करे तो प्रधानमंत्री मोदी को इस भाषण के लिए सम्मान मिल चुका है, ऐसा ही सम्मान इंदिरा गांधी को 16 बार तो जवाहर लाल नेहरू को 17 बार प्राप्त हुआ है।
भारतवासियों को मिला अंग्रेजों की गुलामी से छुटकारा
जानकारी के मुताबिक, स्वतंत्रता दिवस की खुशी में पूरा देश उत्साह में डूबा रहता है। ब्रिटिश शासन ने आजादी मिलने के बाद भारत अपने जीवन को एक इंसान का जीवन समझने लगा था, इस आजादी के लिए न जाने कितने नेताओं और महान पुरूषों ने कफन ओढ़ लिया था। ताकि आने वाली पीढ़ी को हैवान अंग्रेजों की गुलामी से न गुजरना पड़े। जिसका नतीजा आज हम सबके सामने है। जी हां, आज पूरा भारत देश आजाद है। अंग्रेजो की गुलामी का नामों-निशान तक नहीं है। अंग्रजों के समय भारतवासियों को शिक्षा से दूर रखा जाता था, ताकि पढ़-लिख लिए तो भारत अंग्रेजों की गुलामी नहीं करेगा। ऐसे बहुत से कारण थे जिनसे आज हमें पूरी तरीके से छुटकारा मिल चुका है। आज का भारत अपने दम पर जीता और पढ़ता है।