पटना : बिहार में चार सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर सियासी सरगर्मियां तेज हो चुकी है। इस उपचुनाव को आगामी विधानसभा चुनाव के पहले सेमीफाइनल माना जा रहा है। हालांकि, अभी तक चुनाव आयोग ने उपचुनाव की तारीखों का ऐलान नहीं किया है। लेकिन इस चुनाव के लिये सभी पार्टियों ने अपनी कमर कस रखी है। जहां भाजपा बिहार की चारों सीटों पर कब्जा करने की कोशिशों में जुटी हुई है।
भाजपा में शामिल हुए सुनील पांडेय
बिहार की उपचुनाव पर फोकस करने वाली भाजपा ने भोजपुर जिले के तरारी विधानसभा क्षेत्र से पूर्व विधायक रहे नरेंद्र कुमार पांडेय उर्फ सुनील पांडेय को अपनी पार्टी में शामिल कर लिया है। जहां सुनील ने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के रूप में सदस्यता ग्रहण की है। इस अवसर पर बीजेपी के कई दिग्गज नेता मौजूद रहे।
बता दें, पूर्व विधायक सुनील पांडेय 2020 के चुनाव में तरारी विधानसभा में निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में दूसरे स्थान पर तैनात थे। तो वहीं, भाजपा के कौशल विद्यार्थी को एक बड़ी मायूसी हाथ लगी थी। सुनील पांडेय की बिहार राजनीति में एक अलग ही छबी है, ये छबी बिहार के उन नेताओं में शुमार है, जिनकी गिनती दबंग नेताओं में की जाती है। इसी वजह से भाजपा ने उन्हें अपने पाले में कर लिया है।
बता दें, सुनील ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत भोजपुर के पीरो विधानसभा क्षेत्र से की थी। इन्होने 34 साल की उम्र में पीरो सीट से वर्ष 2000 में समता पार्टी के टिकट पर जीत हासिल की थी। वहीँ सुनील ने बीजेपी ज्वाइन कर ये तो साफ कर दिया कि तरारी विधानसभा उपचुनाव में मुकाबला दिलचस्प होने वाला है।