लखनऊ। ग्रीनवे ट्रेड कॉम लिमिटेड के पूर्व ब्रांड हेड पर फर्जीवाड़ा कर कंपनी के 6.65 करोड़ रुपये हड़पने का आरोप है। कंपनी ने ब्रांड हेड पर त्यागपत्र देकर उसके एजेंट और ग्राहकों को दूसरी कंपनी से जोड़ने का भी आरोप लगाया है। सरोजनी नगर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
लीगल एडवाइजर अमरेन्द्र प्रताप सिंह के मुताबिक, ईवा एग्जाम के प्राइवेट लिमिटेड ईवा ग्रुप की सह कंपनी है। कंपनी ग्रीनवे ट्रेड कॉम लिमिटेड के माध्यम से पोल्ट्री फील्ड की बिक्री करती है। कारोबार थोक व फुटकर व्यापारियों के साथ किया जाता है, जिसकी निगरानी ब्रांड हेड करता है। अमरेन्द्र के मुताबिक, 2018 में भदोही निवासी भरत उपाध्याय ने ग्रीनवे ट्रेड कॉम लिमिटेड में बतौर ब्रांड हेड नौकरी शुरू की थी। भरत उपाध्याय ने कुछ दिन तो ठीक से काम किया, लेकिन उसके बाद कंपनी को चूना लगाने लगे।
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डीलरों पर था बकाया
अमरेंद्र के मुताबिक, कंपनी का पोल्ट्री फील्ड पर करोड़ों रुपये बकाया था। इसकी वसूली की जिम्मेदारी भरत पर थी। भरत से बकाया रकम का मिलान करने को कहा गया तो उसने सितंबर 2020 में नौकरी से त्यागपत्र दे दिया। अमरेंद्र का आरोप है कि भारत में डीलरों से 6,65,57,770 रुपये की वसूली की और हड़प गया। अमरेंद्र का आरोप है कि भरत ने महोगनी एग्रोटेक कंपनी में नौकरी शुरू की तो इसने ग्रीनवे का सह कंपनी बताकर ग्रीनवे के डीलर और व्यापारियों को महोगनी से जोड़कर व्यापार करने के लिए भ्रमित किया। प्रभारी निरीक्षक महेंद्र कुमार सिंह के मुताबिक, भरत उपाध्याय के खिलाफ धोखाधड़ी और कूटरचित दस्तावेज तैयार करने का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। मामले की विवेचना की जा रही है। बहुत जल्दी भरत की गिरफ्तारी की जाएगी।https://gknewslive.com