लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना के बढ़ते प्रसार को ध्यान में रखते हुए दूसरे प्रदेशों से पलायन कर रहे प्रवासी मजदूरों की जरूरतों की पूर्ति करने के आदेश दिए हैं। महाराष्ट्र, दिल्ली समेत दूसरे राज्यों से पलायन कर रहे मजदूरों के लिए इन क्वारेंटाइन सेंटर में सभी सुविधाएं होंगी।
उत्तर प्रदेश में कोविड संक्रमण के बढ़ते प्रसार के बीच यूपी की योगी सरकार एक बार फिर बड़ा फैसला लिया है। सरकार सभी श्रमिकों, गरीब परिवारों को वित्तीय सहायता और राशन प्रदान करेगी। सीएम ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि भरण पोषण भत्ता के पात्र लोगों की सूची अपडेट कर ली जाए। इसी तरह, राशन वितरण कार्य की व्यवस्था की समीक्षा कर ली जाए। भत्ता वितरण डीबीटी प्रणाली के माध्यम से सीधे बैंक खाते में किया जाएगा।
शुक्रवार को उच्चस्तरीय बैठक में सीएम योगी ने कहा कि विगत वर्ष राज्य सरकार द्वारा कोविड-19 की चुनौती का सामना करने के साथ ही विभिन्न कार्यों को आगे बढ़ाया गया। उत्तर प्रदेश पहला राज्य था, जिसने श्रमिकों, स्ट्रीट वेंडरों, रिक्शा चालकों, कुलियों, पल्लेदारों आदि को भरण-पोषण भत्ता ऑनलाइन उपलब्ध कराया। भरण-पोषण के रूप में उपलब्ध कराई गई धनराशि ने उनका जीवन बचाने का कार्य किया।