धर्म-कर्म: देश के भविष्य की वाकई में चिंता करने वाले, बर्बाद होती युवा पीढ़ी को बचाने के लिए बार-बार स्पष्ट रूप से चेताने वाले, कोई अपने बच्चे की क्या परवाह करेगा जितनी ये सबकी करते हैं, ऐसे इस वक़्त के पूरे समरथ सन्त सतगुरु दुःखहर्ता, उज्जैन वाले बाबा उमाकान्त जी महाराज ने बताया कि, मोबाइल में बहुत चीज भरी पड़ी है। चाहे नंगा आदमी देखो, चाहे नंगी औरत, सिनेमा, नाच गाना देखो चाहे अच्छी या खराब बात पढ़ो। चरित्र को गिराने वाला अगर जखीरा है तो यही मोबाइल है। इसी में बर्बाद हो जा रहे हैं। इसी में सब सीख जा रहे हैं, चोरी बेईमानी ठगी कैसे होती है। सब कुछ इसी में भरा हुआ है। लेकिन अच्छाई भी है। चोर डकैत अपराधी बहुत जल्दी पकड़ में आ जाते हैं। जरूरत इस बात की है कि लोगों को बताया जाए, ज्ञान कराया जाए। बच्चो! देखो इसमें मत फंसो। अपने लक्ष्य पर आगे बढ़ो। तुमको अगर कुछ बनना है, टॉप करना है तो केवल पढ़ाई पर ध्यान दो, कि हमको कुछ करके दिखाना है, हमको आगे बढ़ना है।

बच्चो! तुम राम-कृष्ण जैसे बनो, रावण-कंस जैसे नहीं

देखो इसी देश में राम, कृष्ण हुए, तमाम वैज्ञानिक, ऋषि-मुनि, योगी-योगेश्वर हुए, इसी मनुष्य शरीर में, इसी देश में हुए। तुम राम क्यों नहीं बनते हो? रावण, कंस क्यों बनते हो? उसमें नाम क्यों रखवा रहे हो की दस लाख रुपए के इनामी बदमाश बनें? अच्छे बन करके क्यों नहीं दिखाते हो? अच्छा लक्ष्य बनाओ, अच्छा उद्देश्य रखो, इस काम में लगो।

जयगुरुदेव नाम में प्रभु भगवान की शक्ति है, विश्वास के साथ दुःख तकलीफों में बोलकर मदद ले सकते हैं

जब-जब महापुरुष आते हैं, एक नाम को जगाते हैं। जगा करके लोगों को बता देते हैं, उससे रक्षा होती है। जैसे त्रेता में राम, द्वापर में कृष्ण, कलयुग में सत साहेब, वह गुरु, राधा स्वामी आदि और इस समय पर हमारे गुरु महाराज द्वारा जगाया हुआ नाम जयगुरुदेव है। इसमें प्रभु भगवान की शक्ति है। अगर विश्वास के साथ आप जयगुरुदेव नाम बोलोगे, मुसीबत में याद करोगे, ऐसे समय याद करोगे जब सबको पुकार लो, हर तरफ से निराश हो जाओ, तब विश्वास के साथ जयगुरुदेव बोलो तो आवाज वहां पहुंच जाएगी और आपकी बचत रक्षा हो जाएगी। घर-घर बीमारी वैमनस्यता, ईर्षा-द्वेष, टेंशन, लड़ाई-झगड़ा, मुसीबत में भी रक्षा हो रही, लाभ मिल रहा है। जो मन को लगा करके जयगुरुदेव नाम की ध्वनि सुबह शाम बोलते हैं, उसमें उनको फायदा होता है।

मन विश्वास को डगमगा देता है, यह नहीं देखता कि पुरानी बीमारी में देर तक दवा खानी पड़ती है

मन विश्वास को डगमगा देता है। तुरंत फायदा चाहता है। यह नहीं देख रहा है बीमारी कितनी लंबी है। एक दिन के दवा में कैसे बीमारी ठीक होगी। यह नहीं सोचते की यह तकलीफ जो हमने पाली है, कर्म जो हमारे खराब हुए हैं, एक दिन में कैसे कटेंगे। अगर एक दिन में कर्म काट भी दिया जाए तो चमडी उधड़ जाएगी। इसलिए बराबर जयगुरुदेव नाम की ध्वनि बोलते रहो। तकलीफे धीरे-धीरे जाएगी, कर्म कटेंगे। ऐसे बोलना रहेगा- जयगुरुदेव जयगुरुदेव जयगुरुदेव जयजय गुरुदेव

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