UP: लखीमपुर खीरी के महेवागंज क्षेत्र में लगातार हो रही चोरी की घटनाओं से परेशान ग्रामीणों ने अब खुद ही सुरक्षा की जिम्मेदारी ले ली है। वे सामूहिक रूप से गाँव की सुरक्षा के लिए पहरा दे रहे हैं। पहले वे गाँव में आने वाले हर व्यक्ति का आधार कार्ड चेक करते हैं और पहचान की पुष्टि होने के बाद ही उसे गाँव में प्रवेश की अनुमति देते हैं। रेहुआ सिसवारा गाँव के 84 लोगों की निगरानी टीम बनाई गई है, जिसमें हर घर से एक व्यक्ति लाठी, डंडे, मोबाइल और टार्च के साथ तैनात है। कुल छह टीमें बनाई गई हैं।
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मिली जानकारी के मुताबिक, हाल ही गांव के अंदर अलग-अलग दिनों पर 9 घरों में लाखों की चोरी हुई। ग्रामीणों का कहना है कि, अभी तक पुलिस किसी भी आरोपी को गिरफ्तार नहीं कर पाई है। इसलिए वह खुद ही गाँव की सुरक्षा में तैनात हो गए हैं। बतादें कि, ग्रामीणों ने 14 सदस्य वाली छह निगरानी टीम बनाई हैं। जो खेत, खलिहान, गली, चौराहे, और जंगल में गश्त कर रहे हैं। अपरिचित और बाहरी लोगों की पहचान की पुष्टि होने पर ही उन्हें गाँव में घुसने दिया जाता है।
ग्रामीणों का कहना है कि, तीन दिन पहले गुलरीपुरवा में जंगल के पास कुछ संदिग्ध लोगों की आहट सुनाई दी थी, लेकिन जब टार्च की रोशनी डाली गई, तो वे लोग जंगल में गुम हो गए। जब से पहरेदारी शुरू हुई है, तब से कोई संदिग्ध व्यक्ति नजर नहीं आया है। सीओ सिटी रमेश चंद्र तिवारी ने बताया कि चोरी की घटनाओं के खुलासे के लिए टीमें लगाई गई हैं, और जल्द ही परिणाम सामने आएंगे। उन्होंने ग्रामीणों द्वारा की जा रही पहरेदारी के बारे में जानकारी होने से इंकार किया।