Lucknow: उत्तर प्रदेश में होने वाले 10 विधानसभा सीटों के उपचुनाव को लेकर समाजवादी पार्टी (सपा) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं के बीच बयानबाज़ी तेज़ हो गई है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बीच ज़ुबानी जंग के साथ ही दोनों दलों के अन्य नेता भी इसमें शामिल हो गए हैं।
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आज अखिलेश यादव ने एक्स पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधते हुए एक पोस्ट कर कहा की, “भाषा से पहचानिए असली संत महंत, साधु वेष में घूमते जग में धूर्त अनंत।”
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) September 20, 2024
इस पर उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने पलटवार करते हुए अखिलेश यादव से सार्वजनिक रूप से माफी मांगने की अपील की। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव राहुल गांधी के “दरबारी” बन गए हैं और उनकी भाषा की मर्यादा समाप्त हो गई है। मौर्य ने कहा, “अखिलेश यादव की बयानबाजी संत समाज और प्रदेश की जनता का अपमान कर रही है।”
सपा मुखिया श्री अखिलेश यादव जी आप कांग्रेस के मोहरा और श्री राहुल गांधी के दरबारी बनने के बाद से भाषा की मर्यादा भूल गए हैं और आपके बयानबाज़ी से केवल संपूर्ण संत समाज का ही नहीं प्रदेश की 25 करोड़ जनता का भी अपमान हो रहा है । ऐसे बयान के लिए आप सार्वजनिक रूप से क्षमा माँगें।…
— Keshav Prasad Maurya (@kpmaurya1) September 20, 2024
इसके बाद भाजपा के अन्य नेताओं ने भी अखिलेश यादव पर हमला बोला। भाजपा विधायक राजेश्वर सिंह ने जातिवादी राजनीति को लोकतंत्र के लिए कलंक बताया।
'जातिवाद' की राजनीति लोकतंत्र के
मस्तक पर सबसे बड़ा कलंक है!भावी पीढ़ी के उज्जवल भविष्य की
राह में सबसे बड़ी बाधा है 'जातिवाद'!'जातिवाद' की राजनीति समाज में
वैमनस्यता और विभाजन के बीज बोती है!'जातिवाद' की जकड़न में कराहते लोकतंत्र को देखकर हमारे महान स्वतंत्रता संग्राम…
— Rajeshwar Singh (@RajeshwarS73) September 20, 2024
इससे पहले, अयोध्या में एक जनसभा के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अखिलेश यादव पर तीखे हमले करते हुए उन्हें “गुंडों को शरण देने वाला” और “भ्रष्टाचारी” करार दिया था। जवाब में अखिलेश यादव ने कहा कि “मेरी और योगी की तस्वीरें एक साथ रखकर देख लो, पता चल जाएगा कि असली माफिया कौन है।”