लखनऊ। राजधानी लखनऊ के करीब 300 अस्पतालों में ऑक्सीजन का संकट बना हुआ है। इससे कोविड-नॉन कोविड अस्पतालों में भर्ती करीब आठ हजार गंभीर मरीजों की जिंदगी पर खतरा मंडराने लगा है। शहर में चौथे दिन भी ऑक्सीजन को लेकर किल्लत मची हुई है। अस्पतालों में आपूर्ति ब्रेक होने से मरीजों की जान जा रही है। कोविड के साथ-साथ शहर के नॉन कोविड अस्पतालों में नए मरीजों की भर्ती पर ब्रेक लग गया है। शहर में मरीजों के मेजर ऑपरेशन बंद कर दिए गए हैं। ऐसे में हजारों मरीजों का जीवन दांव पर है। एरा मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ एमएमए फरीदी ने कहा कि डेढ़ घंटे का ऑक्सीजन स्टॉक बचा है। प्रशासन को जानकारी दे दी गई है। 175 मरीज ऑक्सीजन पर हैं।
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11 मरीजों की हो चुकी है मौत
राजधानी के करीब 300 अस्पतालों में ऑक्सीजन का संकट है। इसमें मेयो, विवेकानंद, टीएसएम, एरा, इंटीग्रल, चरक, शेखर और अर्थव हॉस्पिटल ऑक्सीजन संकट का नोटिस चस्पा कर चुके हैं। करीब आठ हजार मरीजों का जीवन दांव पर हैं। अब तक 11 मरीजों की मौत हो चुकी है। सुबह ऑक्सीजन रिफलिंग प्लांट पर हंगामा शुरू हो गया। यहां ऑक्सीजन सिलेंडर लेने पहुंचे लोगों से डॉक्टर का पर्चा मांगा गया। डीएम के इस आदेश से लोगों में आक्रोश है।https://gknewslive.com