लखनऊ। अपने प्रेमियों की पल-पल संभाल करने वाले और मृत्यु के बाद जीवात्मा की भी संभाल करने वाले मनुष्य शरीर में मौजूद इस वक़्त के पूरे संत सतगुरु बाबा उमाकान्त जी महाराज ने दिनांक 23.04.2021 को अपने उज्जैन आश्रम से देश और दुनिया में जानलेवा साबित हो रहे कोरोना रोग के इलाज के बारे में बताते हुए कहा कि देखो प्रेमियों! जय गुरु देव नाम प्रभु का जीता जागता खुदा, भगवान, गॉड का नाम है और कोई भी प्रेमी हो जो इस जय गुरु देव नाम से भी प्रेम करते हैं, उन सब लोगों को भी आप बता सकते हो।

तुलसी की पत्तियों से इलाज
देखो! किसी भी तरह की कोई तकलीफ सर्दी, जुखाम, खांसी, हरारत, बुखार ये आशंका हो तो तुलसी की सात-आठ पत्तीयां ले लो। इस को खूब उबालकर के, पीकर के और रजाई ओढ़कर के लेट जाओ। एसी और पंखा नहीं चलना चाहिए। सुबह, दोपहर और शाम को 3 दिन पी लो – कुल 9 खुराक। इस टाइम पर भोजन कम खाओ। दाल का पानी ले लो, हल्का लेलो, गर्म पानी पियो और चीजों को खाना बंद कर दो। आपके पेट में चिकनाहट, जलन न होने पावे। जब आप लैट्रिन (शौच) जाओ तो थोड़ा से मल हाथ में ले कर देख लो, चिकनाहट अगर है तो चिकनी चीज आपके पेट में बिल्कुल नहीं जाना चाहिए। एक दवा तो हमारे समझ में यह आ रही है।

त्रिफला और त्रिकुटा से इलाज
दूसरी दवा हमारी समझ से देखो! आयुर्वेद में त्रिफला और त्रिकुटा – महाऔषधियों में है। त्रिकट में है सोंठ, काली मिर्च और पीपल। बराबर मात्रा में कूट करके और डिब्बे में भरकर रख लो। एक चुटकी मात्रा एक गिलास पानी में डाल लो। ज्यादा नहीं, ज्यादा डालोगे तो और तकलीफ बढ़ाएगा, जलन करेगा। और उसको उबाल लो, खूब उबल जाए जब, एक चौथाई गिलास रह जाए तब टेस्ट के लिए थोड़ा सा दूध मिला के ले लो। दूध नहीं भी मिलता है तो गर्म पानी में ले लो।

बिगड़ी हालत वालों को भी गुरु महाराज की दया से लाभ-फायदा मिले
और अगर मानलो तकलीफ बढ़ जाती है प्रेमियों। यदि टेस्ट हो पाता है तो आप टेस्ट करा लो। इस समय तो ये हालात है कहीं-कहीं पर कि लोगों का टेस्ट भी नहीं हो पा रहा, न ऑक्सीजन मिल रहा, न दवाई मिल रही है, न डॉक्टर मिल रहे हैं, न एंबुलेंस मिल रहा है न अन्य सवारियां मिल रही हैं। अस्पतालों के दरवाजे पर लोग दम तोड़ दे रहे हैं, रास्ते में ले जाते समय दम तोड़ दे रहे हैं।
मर्ज को छुपाना नहीं चाहिए, तकलीफ हो तैसे ही कोशिश करनी चाहिए। तब उस तरह का उपचार इलाज करना चाहिए। लेकिन अब मान लो बात बिगड़ गई, तो ऐसे समय पर आपको भी दवा बताऊंगा। बिगड़ी हालत वालों को भी गुरु महाराज की दया से लाभ-फायदा मिलना चाहिए। और शुरुआत मान लो जिनकी हो रही है या कोरोना के, तकलीफों के कुछ लक्षण मिल रहे हैं, उनके लिए भी दवा बता देता हूं।

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गौमूत्र से इलाज
देखो प्रेमियों! गौमूत्र, गऊ का गोबर यह बड़े फायदे की चीज है। गौमूत्र पीने से भी बहुत तरह के रोगों में फायदा होता है। थोड़ा सा, दो कुल्ला ले लिया सुबह और शाम को। गऊ का पेशाब पूरे शरीर में लगा कर धूप में थोड़ी देर, 15 मिनट घूम लेना। ये भी फायदा करता है।

गौ माता का महत्व
और अगर यह सारी चीजें नहीं मिल पाएंगी, सबको सब चीज सब जगह नहीं मिल पाएगी। ये हमको मालूम है कि गाय पालना भी लोगों ने बंद कर दिया और अब तो गऊ का मांस खाने लग गये तंदुरुस्त होने के लिए। अब सोचो जिनको बीमारी हो गई, अब वह तंदुरुस्ती किस काम की रह गई? लेकिन लोगों का विचार और भावना को का क्या कहा जाए? इस समय कहने का मौका प्रेमियों नहीं है। इस समय तो सहानुभूति वाली बात कहने का मौका है।

स्वमूत्र से इलाज
तो आप यह समझो प्रेमियों! जय गुरु देव नाम बोल कर के अगर स्वमूत्र भी इस्तेमाल करोगे तो उसमें भी आपको फायदा दिखाई पड़ेगा। स्वमूत्र किसको कहते हैं? अपना स्वयं का पेशाब। 24 घंटा साथ रहता है। कहीं भी रहो, कोई भी दवा खोजने की जरूरत नहीं है। यह भी फायदा कर सकता है। सुबह उठे, पेशाब करने के लिए गए। एक कोई बर्तन/गिलास/कप ले गए। मुंह में उसी का कुल्ला ले लिया, तीन कुल्ला पी गए। बहुत ज्यादा भी पीने की जरूरत नहीं है। शाम को गए फिर तीन कुल्ला पी लिया। यह भी फायदा करता है। आयुर्वेद में स्वमूत्र को भी मान्यता दी गई है। गारंटी तो हम किसी बात की नहीं लेते हैं। फायदे वाली बात बता रहे हैं।

भगवान से भी अच्छा स्वास्थ्य पहले मांगते हो
कुछ लोग इस पर एतराज करेंगे कि बाबा हो करके देखो ऐसी बात क्यों बता रहे हैं। लेकिन इस समय तो जान खतरे में है। सारी बाबागिरी, सारी फकीरी, सारा मुल्ला, पंडित, पुजारी बनना, यह तभी संभव हो पाएगा जब लोग स्वस्थ रहेंगे। जब शरीर ही नहीं रहेगा, जब आदमी दुखी रहेगा तब वह आत्मा-परमात्मा को क्या समझेगा? अभी आकर के मोहम्मद साहब, विष्णु भगवान खड़े हो जाएं और कह दिया जाए कि तुम्हारे सामने भगवान खड़े हैं, तुमको सब कुछ देने वाले हैं लेकिन तुम ठीक नहीं हो पाओगे तो सोचो भगवान उसको अच्छा लगेंगे? कभी नहीं। वह तो यही कहेगा कि आप अगर मेरे ऊपर दया-मदद करते हो, इमदाद मुझे कुछ देना चाहते हो तो उन्हीं से मिन्नत, आरजू, फरियाद करो कि मुझ को स्वस्थ कर दें। फिर यह भगवान खुदा गॉड भी हमको अच्छे लगेंगे। इसलिए प्रेमियों! हमारी कोई बात खराब लगे तो हम माफी चाहेंगे। लेकिन इस वक्त मेरा मन नहीं मान रहा है और मैं आपको दवा बता दे रहा हूं।

विश्वास फलदायकम
ये हमारे कुछ प्रेमी इस्तेमाल करके देखे हैं। इनको फायदा हुआ है। यह मत सोचो कि नहीं फायदा होता है। फायदा तो हो सकता है – विश्वास फलदायकम। आप करके देख लो। रोग की शुरुआत वालों को ज्यादा फायदा, रोग ज्यादा बढ़ गया तो उनको भी फायदा होगा और यदि बहुत ज्यादा बढ़ गया तो भी कुछ ना कुछ फायदा यह करेगा ही करेगा। लेकिन इसी पर निर्भर मत रहना। सरकार जो दवा दे देती है, उसे भी खा लो। जो भी आपको अंग्रेजी या आयुर्वेदिक या होम्योपैथिक दवा खानी है या कोई कहता है कि इससे फायदा हो रहा है उसको आप ले लो। लेकिन डॉक्टर जो जानकार हो, जिसके पास डिग्री हो, डिप्लोमा हो उसका दवा खाना, सब की दवा नहीं खा लेना।

हम और हमारी संस्था केवल निःशुल्क सेवा करती है, कोई व्यापार नहीं
यह भी आपको बता देते हैं नहीं तो हमारे नाम पर, गुरु महाराज के नाम पर अभी गांव में आपके पास लोग पहुंच जाएं, कहें कि महाराज जी ने कहा यह दवा खा लो तो वह भी ठीक नहीं है। हम और हमारी संस्था कोई व्यापार नहीं करते और न ही किसी व्यापारी का प्रचार करते हैं। जो भी काम करते हैं, सब निशुल्क, सेवा में करते हैं। इसलिए समझे रहो, नाम का कोई गलत फायदा न उठा ले।
जो दवा आपकी चल रही है उस दवा को चलाते रहना, उसको बंद मत करना। और उसके साथ इस स्वमूत्र का इस्तेमाल कुछ दिन तक आप लोग करके देख लेना।

दवा कैसे पीनी है?
लेकिन यह जो भी दवाएं पी जाएंगी, ये जय गुरु देव नाम 10 बार बोल कर के फिर पी जाएंगी। जो भी दवा इस्तेमाल होगी, वो 10 बार जय गुरु देव नाम प्रभु, भगवान, अल्लाह, गोड का बोल कर पी जाएंगी। अंदर में ही बोल लो, कोई जरूरी नहीं कि चिल्ला-चिल्ला के बोलो।

फायदा मिलने के बाद क्या करना है?
आपको फायदा होने लग जाये तो आप सुबह और शाम को बैठ कर के थोड़ी देर आंख बंद करके अपने बिस्तर पर ही, अंदर में ही, लेटे-लेटे, कैसे भी हो, जय गुरु नाम की ध्वनि बोलना। कैसे बोलोगे? जय गुरु देव जय गुरु देव जय गुरु देव जयजय गुरु देव।

विशेष परहेज
जिनको भी तकलीफ हो वो विशेष परहेज करना कि सब लोग शाकाहारी रहना, शराब मत पीना, शराब जैसा तेज नशा करने वाले किसी भी नशे का सेवन मत करना और किसी भी पशु-पक्षी का अंडा, मांस, मछली मत खाना।https://gknewslive.com

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