लखनऊ। जय गुरु देव नाम से प्रेम करने वाले सभी प्रेमियों को अपने सन्देश देते हुए संत उमाकान्त जी महाराज ने कोरोना महामारी से बचने और उसके प्रभावी उपचारों की जानकारी दी। महाराज जी ने कहा कि देश और दुनिया में कोरोना महामारी ने आज विकराल रूप ले लिया है। आज मनुष्य अपने कर्मों की सजा भुगत रहा है।
तुलसी की पत्तियों से कारगर उपचार
शाकाहार, सदाचार, नशामुक्ति से मानव कल्याण और राष्ट्र कल्याण की अलख जगाने वाले पूज्य संत बाबा उमाकान्त जी महाराज ने कोरोना महामारी का पहला इलाज तुलसी की पत्तियों में बताया है। उन्होंने बताया कि कोई तकलीफ सर्दी, जुखाम, खांसी, हरारत, बुखार ये आशंका हो तो तुलसी की सात-आठ पत्तीयां ले लो। इस को खूब उबालकर के, पीकर के और रजाई ओढ़कर के लेट जाओ। एसी और पंखा नहीं चलना चाहिए। सुबह, दोपहर और शाम को 3 दिन पी लो – कुल 9 खुराक। भोजन कम खाओ। दाल का पानी , फुल्का (पतली रोटी) ले लो, गर्म पानी पियो। और चीजों को विशेषकर चिकनी चीजों को खाना बंद कर दो। पेट में चिकनाहट व जलन न होने पावे।
महाऔषधि का ये प्रयोग देगा फायदा
कोरोना के दुसरे उपाय के रूप में उन्होंने बताया कि आयुर्वेद की महाऔषधियों में त्रिफला और त्रिकुटा बताया सोंठ, काली मिर्च और पीपल को बराबर मात्रा में कूट करके और डिब्बे में भरकर रख लो। एक चुटकी मात्रा एक गिलास पानी में डाल लो। जब ये खूब उबल कर एक चौथाई गिलास रह जाए तब गर्म पानी या स्वाद के लिए थोडे से दूध के साथ ले लो।
शुरुआती बिगड़ी हालात में भी कैसे गौ मूत्र करेगा फायदा
महाराज जी ने कहा कि बिगड़ी हालत वालों को भी गुरु महाराज की दया से लाभ-फायदा मिलना चाहिए। कोरोना के तीसरे उपाय के रूप में थोड़ा सा, दो कुल्ला गौमूत्र सुबह और शाम पीने और पूरे शरीर में लगा कर धूप में थोड़ी देर, 15 मिनट घूम लेना फायदेमंद बताया। गौमूत्र और भी कई बीमारियों में फायदा करता है।
इस आपदाकाल में सहानुभूति की बात कहते हुए महाराज जी ने कहा की हमें मालूम है कि सबको सब चीज सब जगह नहीं मिल पाएगी। इसलिए सरलतम उपाय बताते हुए कहा कि प्रेमियों! जय गुरु देव नाम बोल कर के अगर स्वमूत्र यानी स्वयं के पेशाब की भी सुबह-शाम तीन-तीन कुल्ली पीने पर फायदा कर सकता है। आयुर्वेद में भी स्वमूत्र को मान्यता दी गई है। पहले चलने वाली दवा को बंद न करते हुए उसके साथ स्वमूत्र का इस्तेमाल कुछ दिन तक करके परिणाम खुद देख लेने के लिए कहा।
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महाराज जी ने बताया कि वो गारंटी तो किसी बात की नहीं लेते हैं लेकिन सबके फायदे वाली बात बता रहे हैं। इसका कई प्रेमियों ने इस्तेमाल करके फ़ायदा उठाया है। विश्वास फलदायकम। इन उपचार के अलावा सरकार जो दवा दे देती है या जो जानकार अच्छा डॉक्टर हो, उसकी दवा भी खा लो।
जयगुरुदेव नाम से मिलेगा आराम
इन दवाओं को पीने की विधि बताते हुए महाराज जी ने कहा कि जय गुरु देव नाम प्रभु का जीता जागता खुदा, भगवान, गॉड का नाम है और इसमें उस मालिक की पूरी ताकत भरी हुई हैं। इसलिए ये जो भी दवा इस्तेमाल होगी, वो 10 बार जय गुरु देव नाम प्रभु, भगवान, अल्लाह, गोड का बोल कर पी जाएंगी।बाबाजी ने कहा कि कोरोना जैसी असाध्य बीमारी में फायदा होने लग जाये तो आप सुबह और शाम को बैठ कर के थोड़ी देर आंख बंद करके अपने बिस्तर पर ही, अंदर में ही, लेटे-लेटे, कैसे भी हो, जय गुरु नाम की ध्वनि – “जय गुरु देव जय गुरु देव जय गुरु देव जयजय गुरु देव” बोलना।
मांस और शराब जैसे नशे से परहेज़ ज़रूरी
वहीं उन्होंने बताया कि इन सभी दवाओं में प्रेमियों को परहेज करना है जिसके तहत शाकाहारी रहना, शराब का सेवन नहीं करना, शराब जैसा तेज नशा करने वाले किसी भी नशे का सेवन नहीं करने की सलाह दी है। वहीं किसी भी पशु-पक्षी का मांस, अंड़ा व मछली खाने पर भी परहेज करने को कहा है। संत उमाकान्त महाराज ने कहा कि वो और उनकी संस्था कोई व्यापार नहीं करती हैं और न ही ऐसा प्रचार करती है। सभी कार्य नि:शुल्क सेवा में कर जीवन जीने के लिए शाकाहार, सदाचार और नशामुक्ति जैसे बुरे व्यसनों को त्याग कराने के लिए सभी को प्रेरित करती है।https://gknewslive.com