वाराणसी: नितेश मौर्य हत्याकांड की गुत्थी सुलझने के बजाय और भी उलझती जा रही है। वजह ये है कि अब इस मामले पर राजनीति गर्माई हुई है। इस हत्याकांड में कुछ दिनों पहले भाजपा के नेता पर मर्डर का आरोप लगा था, मगर अब सपा ने इसे हत्या करार दिया है। इसी सिलसिले में पीड़ित परिजनों समेत समाजवादी कार्यकर्ताओं ने सीबीआई जांच कराने की मांग करते हुए जिला मुख्यालय पहुंचकर ज्ञापन पत्र सौपा है। बता दें, ये ज्ञापन पत्र एसीएम सेकेंड अशोक यादव को सौपा गया है।
पीड़ित परिजनों ने की CBI जांच की मांग
आपको बता दें, जिलाधिकारी को सौपे गए ज्ञापन में पीड़ित परिजनों का आरोप है कि प्रदेश सरकार के एक मंत्री के कहने पर कुछ अज्ञात लोगों ने नितेश की हत्या कर दी है। लेकिन मामले की जांच करने के बजाय पुलिस कर्मी इस हत्याकांड को आत्महत्या का रूप दे रहे है। ऐसे में पुलिस कार्रवाई पर भरोसा नहीं है। यहीं वजह है कि हम न्याय के लिए सीबीआई जांच की मांग कर रहे है।
जानिए क्या है मामला
दरअसल, वाराणसी जिले के शिवपुर थाना क्षेत्र में बीते 20 सितंबर को 18 साल के नितेश मौर्य का अधजला शव बरामद हुआ था। बरामद हुई डेडबॉडी की हालत बद से बत्तर हो चुकी थी, क्योंकि उसके हाथ-पैर कटे हुए थे, गले पर चोट के निशान पाये गए थे। ऐसे में मामले की छानबीन करने के बजाय पुलिस ने परिजनों से आत्महत्या की बात कहते हुए शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। आपको बता दें CCTV में कैद हुई घटना में नितेश मौर्य पेट्रोल खरीदते नजर आया था, जिसके तहत पुलिस इसे आत्महत्या का मामला बता रही है। फिलहाल, पुलिस ने इस मामले में पांच लोगों को अपनी हिरासत में लिया है।