UP Assembly Elections 2024: उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए अभी काफी समय बाकी है, लेकिन बहुजन समाज पार्टी ने अभी ही गठबंधन को लेकर अपना मत साफ़ कर दिया है। बसपा सुप्रीमो ने महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोर्ट कर संकेत दिया कि, हरियाणा चुनाव में गठबंधन से उन्हें या उनकी पार्टी को कोई लाभ नहीं हुआ। साथ ही, उन्होंने स्पष्ट किया कि भविष्य में बसपा किसी भी पार्टी के साथ गठबंधन नहीं करेगी।
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3. देश की एकमात्र प्रतिष्ठित अम्बेडकरवादी पार्टी बीएसपी व उसके आत्म-सम्मान व स्वाभिमान मूवमेन्ट के कारवाँ को हर प्रकार से कमजोर करने की चौतरफा जातिवादी कोशिशें लगातार जारी हैं, जिस क्रम में अपना उद्धार स्वंय करने योग्य व शासक वर्ग बनने की प्रक्रिया पहले की तरह ही जारी रखनी जरूरी।
— Mayawati (@Mayawati) October 11, 2024
मायावती ने दावा किया कि, बसपा के वोट अन्य दलों को ट्रांसफर हो जाते हैं, लेकिन अन्य दलों के समर्थक बसपा को वोट नहीं देते। उनके ताजे बयान से यह संकेत मिलता है कि, उत्तर प्रदेश में अब बसपा किसी क्षेत्रीय दल के साथ गठबंधन नहीं करेगी। हरियाणा विधानसभा चुनाव और इससे पहले पंजाब चुनाव के कड़वे अनुभवों के मद्देनजर अब बसपा ने फैसला किया है कि क्षेत्रीय दलों के साथ गठबंधन नहीं किया जाएगा। वहीं, भाजपा/एनडीए और कांग्रेस/इंडिया गठबंधन से दूरी पहले की तरह बनी रहेगी।
2. इसी संदर्भ में हरियाणा विधानसभा के चुनाव परिणाम व इससे पहले पंजाब चुनाव के कड़वे अनुभव के मद्देनजर आज हरियाणा व पंजाब की समीक्षा बैठक में क्षेत्रीय पार्टियों से भी अब आगे गठबंधन नहीं करने का निर्णय, जबकि भाजपा/एनडीए व कांग्रेस/इण्डिया गठबंधन से दूरी पहले की तरह ही जारी रहेगी।
— Mayawati (@Mayawati) October 11, 2024
मायावती ने अपने अगले पोस्ट में कहा कि, उत्तर प्रदेश सहित अन्य राज्यों में बसपा के वोट तो गठबंधन की पार्टी को ट्रांसफर हो जाते हैं, लेकिन दूसरी पार्टियां बसपा को वोट ट्रांसफर नहीं कर पातीं। इसके चलते चुनाव परिणाम अपेक्षित नहीं रहते और इससे पार्टी के कैडर में निराशा होती है। इस निराशा और इसके कारण पार्टी को होने वाले नुकसान को रोकना आवश्यक है।