Anayabhanger: भारतीय टीम के पूर्व बैटिंग कोच और पूर्व क्रिकेटर संजय बांगड़ के बेटे आर्यन बांगड़ ने हाल ही में जेंडर चेंज करवाकर अपना नाम अनाया बांगड़ रख लिया है। उनका यह कदम सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, और उन्होंने अपनी जेंडर ट्रांज़िशन प्रक्रिया के बारे में खुलकर बात की है। अनाया ने इंस्टाग्राम पर अपने सफर को साझा करते हुए बताया कि उन्होंने हॉरमोन रिप्लेसमेंट थेरेपी (HRT) के प्रभावों के बारे में भी बात की, और यह भी खुलासा किया कि सर्जरी को 11 महीने हो चुके हैं।
अनाया ने अपनी यात्रा को साझा करते हुए कहा कि, “पेशेवर क्रिकेट खेलने का मेरा सपना हमेशा कठिनाइयों से भरा रहा है। मैदान पर कड़ी मेहनत करना, आलोचनाओं का सामना करना, और हर कदम पर संघर्ष करना, यह सब मेरे लिए चुनौतीपूर्ण था। लेकिन क्रिकेट के अलावा, एक और यात्रा थी — अपनी असली पहचान को स्वीकार करना। यह मेरे लिए बेहद कठिन था क्योंकि मुझे खुद को समझने और अपनी असली पहचान को अपनाने के लिए कई कठिन फैसले लेने पड़े।”
उनका कहना था कि फिट होने और समाज की उम्मीदों के मुताबिक चलने की बजाय, उन्होंने अपनी असली पहचान को अपनाने के लिए खड़ा होना चुना। यह एक कठिन निर्णय था, लेकिन वह इस कदम को लेकर पूरी तरह से खुश हैं और गर्व महसूस करती हैं।
अनाया ने कुछ पुरानी तस्वीरें भी साझा की, जिनमें वह अपने पिता संजय बांगड़, भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान एमएस धोनी, और विराट कोहली के साथ दिखाई दे रही हैं। एक समय में वह एक लेफ्ट-हैंड बैट्समैन के रूप में जाने जाते थे और इस्लाम जिमखाना के क्लब के लिए खेलते थे। इसके अलावा, उन्होंने लीस्टरशर के हिंकले क्रिकेट क्लब के लिए भी खेला और वहां अपनी बल्लेबाजी से काफी रन बनाए थे।
अनाया का यह कदम समाज में जेंडर पहचान के मामले में एक महत्वपूर्ण संदेश देता है, और यह दिखाता है कि अपने असली होने के लिए किसी को किसी भी प्रकार के डर या संकोच से मुक्त होकर अपने फैसले लेने चाहिए। उनकी कहानी कई लोगों के लिए प्रेरणा बन सकती है, खासकर उन लोगों के लिए जो अपनी जेंडर पहचान से जुड़ी संघर्षों का सामना कर रहे हैं।