लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशों का पालन पुलिस ने बखूबी किया। यूपी पुलिस की प्रभावी पैरवी से इस वर्ष प्रदेश भर में 1,47,158 प्रकरणों में न्यायालय से सजा दिलाई गई। जोकि अन्य वर्षों की अपेक्षा काफी अधिक है। सजा मिलने का ग्राफ लगातार बढ़ने से अपराध करने वालों के विरूद्ध अभियान चलाकर सशक्त अभियोजन की प्रभावी पैरवी हुई। पुलिस अधिकारियों मुकदमों में साक्ष्यों का संकलन कर आरोप पत्र न्यायालय को समय से भेजा। साथ ही बड़े अफसरो की कुशल मॉनिटरिंग के कारण न्यायालय में समय से गवाहों के बयान अंकित हुए।
बता दें वर्ष 2020 में अगस्त तक प्रभावी पैरवी के कारण 1,47,158 मामलो में सजा कराई जा चुकी है, जिसमें दोषसिद्धि प्रतिशत 97.03 रहा है। इस वर्ष नवंबर माह तक 1,72,469 मामलो में अपराधियों की पुलिस ने जमानते खारिज कराई है। जिसके चलते वह जेल में है। वही नवम्बर तक 12,000 अभियुक्तों के विरूद्ध आरोप पत्र बनवाये गये। जनवरी से लेकर नवम्बर तक पुलिस ने प्रदेश भर में 70,000 गवाहो को न्यायालय में परीक्षित कराया। जिसके चलते आरोपी शिकंजे में आये। यही नही नवम्बर तक बलात्कार के 89, महिलाओ के अपहरण के 15 दहेज मृत्यु के 97 एवं यौन उत्पीड़न के 13 मामलो में कठोर सजा कराई गयी है। प्रदेश में लगातार हो रही प्रभावी पैरवी से अपराधी कठोर सजा पा रहे है।
एन्टी रोमियो स्क्वायड ने भी की प्रदेश भर में कड़ी कार्रवाई
यूपी पुलिस द्वारा महिलाओं व बालिकाओं की सुरक्षा को लेकर चलाये जा रहे विशेष अभियान मिशन शक्ति में एन्टी रोमियो स्क्वायड इन दिनों प्रदेश भर में एक्शन में है। एक नवम्बर से पन्द्रह दिसम्बर तक 2,62,350 सार्वजनिक स्थलों को चेक किया। इसमें चौराहे, मार्केट, पार्क, विद्यालय आदि शामिल है। वहीं 12,20,303 लोगो को चेक किया गया। इसके अलावा यूपी में 39,206 लोगों पर कार्रवाई की गई। इसके अलावा 19,315 लोगो के विरुद्ध 151 के तहत कार्रवाई की गई। वहीं 294 के तहत प्रदेश भर में 1,054 मुकदमे दर्ज हुए। इसके अलावा प्रदेश भर में 1,631लोगो पर गुंडा एक्ट व गैंगेस्टर लगाया गया। वही मिनी गुंडा एक्ट भी 5,039 लोगो पर लगाया गया।