उत्तर प्रदेश कांग्रेस ने आज विधानसभा घेराव का ऐलान किया है, जिसके चलते पुलिस-प्रशासन अलर्ट है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं के यूपी विधानसभा के बाहर जमा होने से पहले ही पुलिस ने कई नेताओं को हिरासत में लेना शुरू कर दिया है। प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अजय राय, निवर्तमान प्रदेश महासचिव अनिल यादव समेत कई नेताओं को घरों में ही रहने का निर्देश दिया गया है, और अन्य नेताओं को भी नोटिस जारी कर उन्हें घरों में ही रहने के लिए कहा गया है। साथ ही, प्रदेश के अन्य जिलों से लखनऊ पहुंचने की कोशिश कर रहे कांग्रेस कार्यकर्ताओं को बॉर्डर पर रोका गया है।
लखनऊ की डीसीपी सेंट्रल रवीना त्यागी ने बताया कि विधानसभा के आसपास किसी भी तरह के प्रदर्शन पर पूरी तरह से रोक है। विधानसभा सत्र चल रहा है, और वहां की सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने कहा कि आवश्यक कार्रवाई की जाएगी, ताकि सुरक्षा और व्यवस्था बनाए रखी जा सके।
लोकतांत्रिक तरीके से किये जा रहे आंदोलन को दबाने के लिए सरकार ने एड़ी चोटी का ज़ोर लगा दिया है।
तानाशाही सरकार अपने एजेंट(पुलिस) के दम पर कांग्रेसजनों को डरा नहीं सकती।
कोई भी ताकत हमें जनता के मुद्दों को उठाने से रोक नहीं सकती। pic.twitter.com/Eoo9uO8tDE
— UP Congress (@INCUttarPradesh) December 18, 2024
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि पुलिस प्रशासन हमारे कार्यकर्ताओं को नहीं रोक सकता। वे कांग्रेस और राहुल गांधी के समर्थक हैं और विधानसभा का घेराव करेंगे। राय ने आरोप लगाया कि बीजेपी सरकार ने पूरे प्रदेश को बर्बाद कर दिया है, और कांग्रेस इसे जवाबदेह ठहराएगी। उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस उनके कार्यकर्ताओं के वाहनों को जब्त कर रही है और उनके खिलाफ अत्याचार कर रही है, लेकिन कांग्रेस अपने गांधीवादी तरीके से सरकार का विरोध जारी रखेगी।
पुलिस ने जो नोटिस जारी किया है, उसमें कहा गया है कि विधानसभा सत्र के दौरान घेराव से कानून व्यवस्था और जनप्रतिनिधियों की सुरक्षा में गंभीर खतरा उत्पन्न हो सकता है। इसके बावजूद, अजय राय ने कहा कि बीजेपी सरकार की नाकामी के खिलाफ यह घेराव किया जा रहा है, और हजारों कांग्रेस कार्यकर्ता लखनऊ पहुंच चुके हैं। वे पुलिस प्रशासन के दमनकारी रवैये के बावजूद अपने अभियान से पीछे नहीं हटेंगे।