लखनऊ। राजधानी लखनऊ के तहसील मोहनलालगंज और कोतवाली की चौखट पर मंगलवार को खुले आसमान के नीचे सर्द रातें गुजार रहे मानसिक मंदित अब्दुल कादिर उर्फ बब्लू को आसरा दिलाने के बजाए मानवता को शर्मशार करते हुए एक कोतवाली के दारोगा उसे पागल कहकर ठहाके लगाते रहे। जब इस बात जानकारी एसडीएम विकास कुमार सिंह को लगी जिसके बाद कोतवाली के दरोगा को फटकार लगाई। साथ ही उन्होंने अब्दुल कादिर को उसके घर पहुंचवाने के लिए तहसील प्रशासन ने पुलिस को जिम्मेदारी सौंपी है। हालांकि सरकारी काम से दिनभर रायबरेली रहे इंस्पेक्टर जीडी शुक्ल ने बब्लू के परिवार का पता लगाकर उसे घर पहुंचवाने की हर संभव कोशिश करने का भरोसा दिया है।
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बता दें मामला मोहनलालगंज तहसील का है। जहां कोतवाली के सामने हाईवे डिवाइडर पर पिछले कुछ दिनों से फतेहपुर जिले के सरांय सुल्तानपुर घोष निवासी मानसिक मंदित अब्दुल कादिर उर्फ बब्लू घर वापसी के इंतजार में ठिठुरते हुए सर्द रातें गुजार रहा है। लोगों से मिली जानकारी पाकर तहसील की टीम ने उसे रैनबसेरे ले गई है। लेकिन अपनों से मिलने के इंतजार में वह हाईवे के आस-पास से हटने को तैयार नही है। मंगलवार को मामला मीडिया की सुर्खियां बनने के बाद एसडीएम विकास कुमार सिंह ने मोहनलालगंज पुलिस को बब्लू के परिवार का पता लगाकर अपनों से मिलाने के निर्देश दिए हैं। लेकिन दिनभर रायबरेली रहे इंस्पेक्टर की गैरमौजूदगी में मातहत लापरवाह बने रहे। अलबत्ता कोतवाली के एक दारोगा परिस्थितियों के मारे बब्लू को पागल कहकर उसका मखौल उड़ाते रहे।https://gknewslive.com