Milkipur By Election 2025: उत्तर प्रदेश की अयोध्या जिले की मिल्कीपुर विधानसभा सीट के लिए पांच फरवरी को मतदान होने हैं, और इस सीट पर भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) ने जीतने के लिए अपनी रणनीति तैयार कर ली है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस सीट पर अपना ध्यान केंद्रित किया है और अपनी सरकार के छह मंत्रियों को इस विधानसभा क्षेत्र का कार्य सौंपा है। वहीं, समाजवादी पार्टी (सपा) ने अयोध्या से सांसद अवधेष प्रसाद के बेटे अजीत प्रसाद को मिल्कीपुर से उम्मीदवार घोषित किया है और सपा लोकसभा और विधानसभा चुनावों में अपनी जीत के बाद इस सीट पर भी जीत का विश्वास जता रही है।
हालांकि, भाजपा ने अभी तक इस सीट के लिए अपने उम्मीदवार का ऐलान नहीं किया है, जिससे राजनीतिक गलियारों में चर्चाएं तेज हो गई हैं। एक चर्चा यह भी है कि भाजपा मिल्कीपुर से उप परिवहन आयुक्त सुरेंद्र कुमार रावत को उम्मीदवार बना सकती है। रावत ने हाल ही में स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (वीआरएस) की अर्जी डाली है, और इस कदम ने इस चर्चा को और बल दिया है। उन्होंने अपने पत्र में पारिवारिक कारणों का हवाला दिया है, जिससे माना जा रहा है कि वह अब सियासी पारी शुरू कर सकते हैं।
इसके अलावा, चर्चा में यह भी है कि भाजपा मिल्कीपुर से बाबा गोरखनाथ को उम्मीदवार बना सकती है, साथ ही सोहवल से पूर्व विधायक रामू प्रियदर्शी के नाम पर भी बात चल रही है। भाजपा जातिगत समीकरणों को ध्यान में रखते हुए नए और बड़े वोट बैंक को आकर्षित करने के लिए एक प्रभावशाली चेहरे को मैदान में उतारने की योजना बना रही है।
सुरेंद्र कुमार रावत, जिन्होंने 31 वर्षों तक परिवहन विभाग में सेवा दी है, का वीआरएस लेने के बाद सियासी सफर की शुरुआत करना संभावित दिख रहा है। इस तरह के उदाहरण पहले भी देखे गए हैं, जैसे असीम अरूण और राजेश्वर सिंह, जिन्होंने पुलिस सेवा से वीआरएस लेकर भाजपा में शामिल होकर मंत्री और विधायक बने।