Mahakumbh 2025: विश्व का सबसे विशाल आध्यात्मिक और सांस्कृतिक आयोजन ‘महाकुंभ 2025’ सोमवार को तीर्थराज प्रयागराज में शुरू हो गया। इस पवित्र अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी श्रद्धालुओं, संतों, महात्माओं, कल्पवासियों और आगंतुकों का स्वागत करते हुए महाकुंभ के प्रथम स्नान के लिए शुभकामनाएं व्यक्त कीं।
मुख्यमंत्री का संदेश:-
मुख्यमंत्री ने कहा कि, महाकुंभ भारत की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक धरोहर का प्रतीक है। यह आयोजन ‘अनेकता में एकता’ की भावना को जीवंत करता है। उन्होंने सभी श्रद्धालुओं की मनोकामनाओं की पूर्ति की कामना करते हुए कहा कि मां गंगा की पवित्र धारा में स्नान और साधना का अनुभव सभी के जीवन को आनंदमय बनाए। मुख्यमंत्री ने महाकुंभ को सनातन संस्कृति और परंपराओं के वैश्विक गौरव का प्रतीक बताते हुए कहा कि इसे दिव्य और भव्य बनाने के लिए विशेष व्यवस्थाएं की गई हैं। स्वच्छता, सुरक्षा, स्वास्थ्य सेवाओं, यातायात, और आवासीय प्रबंधन पर विशेष ध्यान दिया गया है। मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि, “आइए, महाकुंभ 2025 में सहभागी बनें और सनातन संस्कृति की इस गौरवशाली परंपरा का हिस्सा बनें। मां गंगा की कृपा से आपका जीवन सुख, शांति और समृद्धि से परिपूर्ण हो।”
पौष पूर्णिमा की बधाई।
विश्व के विशालतम आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक समागम 'महाकुम्भ' का आज से तीर्थराज प्रयागराज में शुभारंभ हो रहा है।
अनेकता में एकता की अनुभूति के लिए, आस्था एवं आधुनिकता के संगम में साधना एवं पवित्र स्नान के लिए पधारे सभी पूज्य सन्तों, कल्पवासियों, श्रद्धालुओं…
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) January 12, 2025
संगम तट पर श्रद्धा का सैलाब:-
पौष पूर्णिमा के शुभ अवसर पर लाखों श्रद्धालु गंगा, यमुना और सरस्वती के पवित्र संगम में स्नान कर रहे हैं। संगम तट पर आध्यात्मिक उल्लास और धार्मिक आस्था का अद्भुत नजारा देखने को मिल रहा है। देश-विदेश से आए श्रद्धालुओं के लिए यह आयोजन जीवन का एक अविस्मरणीय अनुभव बन रहा है।