लखनऊ: लखनऊ में एक लापता बच्ची का शव मिलने से इलाके में सनसनी फैल गई। दरअसल, दुबग्गा इलाके में रहने वाली एक बच्ची, 23 जनवरी की शाम 5 बजे से लापता थी। परिजनों की रिपोर्ट के आधार पर पुलिस उसकी तलाश करने में जुटी थी। हालाँकि अब उसका शव मिलने से परिजनों में कोहराम मच गया।
परिजनों का कहना है की परिवार को मुआवजा, हत्यारोपियों की गिरफ्तारी और लापरवाही बरतने वाले पुलिस वालों के खिलाफ कार्यवाई हो। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बच्ची की हत्या की पुष्टि हुई है। शव मिलने के बाद परिजनों ने शाम छह बजे स्थानीय लोगाें के साथ आईआईएम रोड पावर हाउस चौराहे पर शव रखकर प्रदर्शन किया। लोगों ने पुलिस मुर्दाबाद के नारे लगाए। इस पूरी स्थिति से एक किलोमीटर लंबा जाम लग गया। कई एम्बुलेंस भी जाम में फंस गईं। पुलिस ने शव को हटा कर जाम को खुलवाने का प्रयास किया तो पुलिस से प्रदर्शनकारियों के बीच नोकझोंक हो गई। पुलिस ने किसी तरह सबको समझा-बुझाकर शांत कराया और मासूम का अंतिम संस्कार कराया।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, पुलिस का दावा है की बच्ची के लापता होने की खबर मिलने के बाद से, उसके घर के आस पास करीब 200 घरों में तलाशी ली गई। इसके अलावा पानी की टंकी और मैन होल चेक किये पर कुछ नहीं मिला था। सीसीटीवी फुटेज खंगालने के बाद वह आखिरी बार 23 जानकारी को शाम में कॉस्मेटिक विक्रेता सोनू जोशी के घर के पास दिखी। जिसमे सोनू उसका पीछा कर रहा था। हालाँकि सोनू को हिरासत में लेने के बाद भी कोई सुराग नहीं मिला और 10 घंटे की पूछताछ के बाद उसे छोड़ दिया गया। पुलिस अब नए सिरे से मामले की जांच कर रही है।