Weather: जलवायु परिवर्तन के खतरनाक प्रभाव अब साफ नजर आने लगे हैं। लखनऊ में इस साल सर्दी अपेक्षाकृत कम रही, लेकिन ज्यादा चिंताजनक बात यह है कि ठंड के महीनों में भी तापमान लगातार बढ़ रहा है। इस साल फरवरी की शुरुआत से ही अप्रत्याशित गर्मी ने दशकों के रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। आमतौर पर फरवरी को हल्की ठंड और सुहाने मौसम के लिए जाना जाता है, लेकिन इस बार तेज धूप और शुष्क हवाओं ने इसे अलग ही रंग दे दिया है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) के आंकड़ों के अनुसार, नवंबर, दिसंबर और जनवरी के महीनों में भी तापमान पिछले कई वर्षों के मुकाबले अधिक रहा, जो भविष्य के लिए चेतावनी का संकेत है।
फरवरी में रिकॉर्ड तोड़ गर्मी:-
राजधानी में इस साल फरवरी के पहले दिन तापमान 30 डिग्री सेल्सियस और दूसरे दिन 29.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो अब तक के तापमान रिकॉर्ड में पहली बार हुआ है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, इस साल फरवरी के शुरुआती दिनों में ही गर्मी ने कई दशकों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। इससे पहले, 7 फरवरी 2006 को अधिकतम तापमान 31 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। अब लोगों को इस साल 7 फरवरी को भी एक नया कीर्तिमान बनने का डर सता रहा है।
मौसम वैज्ञानिकों की राय:-
आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह के अनुसार, इस बार पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता कम रही, जिससे बारिश सामान्य से कम हुई। कई दिनों तक न तो कोहरा रहा और न ही बादल, जिससे दिन में धूप तेज रही। जनवरी के अंत से प्रति-चक्रवाती सिस्टम की सक्रियता के कारण तापमान में लगातार वृद्धि हो रही है।
क्या बदलेगा मौसम?
मौसम विभाग के मुताबिक, सोमवार से एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हुआ है, जिससे अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से नमी आएगी और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बारिश होगी। इसके प्रभाव से राजधानी लखनऊ में मंगलवार को बादलों की हल्की आवाजाही देखी जा सकती है। बृहस्पतिवार से हवा का रुख बदलेगा और पछुआ हवाओं के कारण दिन और रात के तापमान में मामूली गिरावट संभव है। सोमवार को लखनऊ में अधिकतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 4 डिग्री अधिक था, जबकि न्यूनतम तापमान 11.5 डिग्री सेल्सियस रहा। सोमवार को लखनऊ के कई इलाकों में हवा की गुणवत्ता खराब श्रेणी में दर्ज की गई। लालबाग, अलीगंज और तालकटोरा में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) ‘नारंगी’ श्रेणी में रहा, जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। वहीं, गोमतीनगर, कुकरैल और बीबीएयू में हवा की गुणवत्ता ‘पीली’ यानी मध्यम श्रेणी में रही।
वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI):
- लालबाग: 245 (नारंगी – खराब)
- अलीगंज: 234 (नारंगी – खराब)
- तालकटोरा: 216 (नारंगी – खराब)
- गोमतीनगर: 129 (पीला – मध्यम)
- कुकरैल: 106 (पीला – मध्यम)
- बीबीएयू: 122 (पीला – मध्यम)