नई दिल्ली; दिल्ली विधानसभा में नए कृषि कानून को लेकर सीएम अरविंद केजरीवाल ने सरकार पर जमकर हमला बोला। बताया जा रहा है कि इस दौरान उन्होंने कृषि कानून की कॉपी फाड़ी दी। उन्होंने कहा कि सरकार और कितनी जान लेगी? अब तक 20 से ज्यादा किसान इस आंदोलन में शहीद हो चुके हैं। एक-एक किसान भगत सिंह बनकर आंदोलन में बैठा है.केजरीवाल ने कहा कि अंग्रेजों के समय भी एक ऐसा ही आंदोलन हुआ था. 1907 में. उस आंदोलन का नाम था- पगड़ी संभाल जट्टा. पंजाब में आंदोलन हुआ था. वो आंदोलन भी तीन कानूनों के ख़िलाफ था. इस आंदोलन का परिणाम ये रहा कि अंग्रेजों को कानून वापस लेने पड़े थे.
सीएम ने कहा कि योगी आदित्यनाथ ने बरेली में रैली की और तीनों बिलों के फायदे समझाने लगे कि तुम्हारी जमीन नहीं जाएगी, मंडी बंद नहीं होगी. भाजपा वाले बताएं इस कानून से फायदा क्या है? भाजपा वालों को एक लाइन रटवा दी गई है कि किसान देश में कहीं भी फसल बेच सकता है. हवा में बात करने से क्या होगा? किसानों को नहीं भाजपाइयों को भ्रमित किया गया है, भाजपाइयों को अफीम खिला दी गई है.
कोरोना काल में क्यों ऑर्डिनेंस पास किया?
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट में हमारे वकील ने केंद्र सरकार को जिम्मेदार बताया है. कोरोना काल में क्यों ऑर्डिनेंस पास किया? पहली बार राज्यसभा में बिना वोटिंग के 3 कानून को कैसे पास कर दिया गया? ये कानून भाजपा के चुनाव के फंडिंग के लिए बने हैं.