लखनऊः लखनऊ में स्वच्छता को बढ़ावा देने के लिए घर-घर क्यूआर कोड लगाने की पहल की गई है। इससे कूड़ा प्रबंधन में सुधार होगा और निवासियों को बेहतर सेवाएं मिलेंगी। क्यूआर कोड के माध्यम से कूड़ा उठाने की प्रक्रिया को मॉनिटर किया जा सकेगा, जिससे नियमितता सुनिश्चित होगी।
इसके अलावा, कुछ क्षेत्रों में कूड़ा उठाने के लिए प्रति परिवार 30 रुपये मासिक शुल्क निर्धारित किया गया है। यह शुल्क ई-रिक्शा के माध्यम से कूड़ा संग्रहण के लिए लिया जा रहा है, जिससे गांवों को कचरा मुक्त बनाने में सहायता मिलेगी। इस प्रकार की योजनाओं से शहर की स्वच्छता में सुधार होगा और निवासियों को सुविधाजनक सेवाएं प्राप्त होंगी।
पंचायत सहायक फीड करेंगे विवरण, होगी जियो टैगिंग
एप का लॉगिन यूजर पंचायत सहायक होगा। वह कूड़ा उठाने वाले घर, प्रतिष्ठान, स्कूल समेत सभी निजी व सरकारी भवनों का नाम समेत विवरण एप पर फीड करेगा। एप से परिवार, दुकानें, व्यवसायिक गतिविधियां, विद्यालय, आंगनबाड़ी केंद्र, सीएचसी, पीएचसी, आरआरसी सेंटर, कूड़ा उठान के वाहन, इंचार्ज, वाहन चालक जीओ टैग करके जोड़ा जाएगा। इसी डेटाबेस पर क्यूआर कोड बनाकर दीवारों पर चस्पा करेंगे।