Ayodhya: राम मंदिर भवन निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र अयोध्या पहुंच गए हैं। उन्होंने जानकारी दी कि इस वर्ष भी रामनवमी के दिन दोपहर ठीक 12:00 बजे सूर्य की किरणें रामलला के मस्तक पर अभिषेक करेंगी। इसके लिए तैयारियां शुरू हो चुकी हैं।
निर्माण कार्य में आ रहीं चुनौतियां:-
नृपेंद्र मिश्र ने बताया कि तय समय में राम मंदिर निर्माण पूरा करना आसान नहीं है। महाकुंभ के बाद अब होली और रामनवमी जैसे त्योहार आने वाले हैं। इस दौरान मंदिर निर्माण में लगे मजदूर अपने घर त्योहार मनाने जाते हैं, जिससे कार्य में कुछ बाधाएं उत्पन्न हो रही हैं।
मूर्तियों की स्थापना और निर्माण कार्य की स्थिति:-
समिति अध्यक्ष ने बताया कि शनिवार को जयपुर से गोस्वामी तुलसीदास की मूर्ति अयोध्या लाई जाएगी और रविवार को इसकी स्थापना की संभावना है। मंदिर के शिखर का निर्माण भी तेजी से हो रहा है, जिसमें कुल 18 कड़ियां बननी हैं। इनमें से 11 कड़ियां पूरी हो चुकी हैं। मंदिर निर्माण में कुल 4.5 लाख क्यूबिक फीट पत्थर लगने हैं, जिनमें से अब केवल 20 हजार क्यूबिक फीट पत्थर लगने बाकी हैं। उम्मीद की जा रही है कि 15 अप्रैल तक मंदिर निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा।
मूर्तियों की स्थापना और जलाशय निर्माण:-
राम मंदिर परिसर में स्थापित होने वाली सभी मूर्तियां—चाहे वे सप्त मंदिर की हों, परकोटे की हों या राम दरबार की—30 अप्रैल तक पहुंच जाएंगी। 25 मार्च से 15 अप्रैल के बीच इनकी स्थापना का कार्य पूरा कर लिया जाएगा। इसके अलावा, सप्त मंदिर के बीच बनाए जाने वाले जलाशय का निर्माण भी तीन महीने में पूरा होने की संभावना है। राम मंदिर का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है और इसके भव्य उद्घाटन की तैयारियां भी जोर-शोर से चल रही हैं।