Politics: उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ सरकार के आठ साल पूरे होने पर जारी किए गए एक पोस्टर को लेकर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर तीखा तंज कसा है। अखिलेश यादव ने इस पोस्टर में सीएम योगी की तस्वीर न होने को लेकर चुटकी लेते हुए कहा कि जैसे उनके काम का कोई निशान नहीं है, वैसे ही उनकी तस्वीर भी पोस्टर से गायब है। उन्होंने व्यंग्य करते हुए कहा, “अब उन्हें भी ससम्मान वापस चले जाना चाहिए।”
उप्र के ‘झूठे विकास’ के प्रचार में जिनकी तस्वीर तक नहीं लगी है, वो अपने आप ही ससम्मान वापस चले जाएं तो अच्छा है।
उनकी तस्वीर, उनके काम की तरह ही गोल है। pic.twitter.com/P5gZRbTnKB
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) March 27, 2025
सोशल मीडिया पर किया पोस्टर शेयर:-
अखिलेश यादव ने इस पोस्टर को अपने सोशल मीडिया अकाउंट ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर साझा किया। इस पोस्टर में उत्तर प्रदेश सरकार की उपलब्धियों को दिखाया गया है। 8 नंबर की आकृति में महाकुंभ में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़ और अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर की तस्वीरें नजर आ रही हैं। ऊपर की ओर राम मंदिर और नीचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की संगम में स्नान करते हुए तस्वीर दी गई है। हालांकि, इस पूरे पोस्टर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तस्वीर कहीं नहीं है।
अखिलेश का कटाक्ष:-
इस पोस्टर के निचले हिस्से में ‘यूपी में विकास के आठ साल’ का संदेश लिखा गया है। इसे शेयर करते हुए अखिलेश यादव ने लिखा, “उप्र के ‘झूठे विकास’ के प्रचार में जिनकी तस्वीर तक नहीं लगी है, वो अपने आप ही ससम्मान वापस चले जाएं तो अच्छा है। उनकी तस्वीर, उनके काम की तरह ही गोल है।”
बीजेपी पर लगातार हमले:-
सपा अध्यक्ष अक्सर यूपी और केंद्र की बीजेपी सरकार पर निशाना साधते रहते हैं। वह यह आरोप लगाते हैं कि यूपी की ‘डबल इंजन सरकार’ में दोनों इंजन आपस में ही टकरा रहे हैं। अखिलेश कई बार यह भी दावा कर चुके हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बीच आपसी खटास है और दोनों एक-दूसरे को नमस्ते तक नहीं करते।
सीएम योगी का जवाब:-
हालांकि, सीएम योगी इन आरोपों को निराधार बताते रहे हैं। हाल ही में दिए गए एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार के बीच कोई टकराव नहीं है। उन्होंने कहा, “हम अपनी वर्तमान नेतृत्व को भी सम्मान देते हैं और अपने पूर्वजों के प्रति भी आदर का भाव रखते हैं। लेकिन जिनके आदर्श औरंगजेब हों, उनका आचरण भी वैसा ही होता है।”