Crime: गुजरात पुलिस को एक बड़ी कामियाबी हांसिल हुई है। भरूच पुलिस ने 29 मार्च को भोलाव जीआईडीसी क्षेत्र में एक नाले से बरामद किये गए कटे सिर और प्लास्टिक बैग में लिपटे अन्य अंगों की पहचान कर ली है। मृतक की पहचान उसके दाहिने हाथ पर बने अधूरे टैटू से हुई। पुलिस के अनुसार, मृतक का भाई सिर की पहचान नहीं कर पाया था, लेकिन टैटू के तीन बिंदुओं से उसकी पहचान की जा सकी। हत्या का आरोप मृतक के करीबी मित्र शैलेन्द्र चौहान पर लगा है, जो बिजनौर का निवासी है और पिछले 15 वर्षों से सचिन को जानता था।
भरूच सी डिवीजन के इंस्पेक्टर वी. आर. भरवाड़ ने बताया कि, मृतक की पहचान सचिन के रूप में हुई है जो दहेज स्थित एक फार्मा कंपनी में कार्यरत था। आरोपी ने पहचान मिटाने के लिए टैटू काटने की कोशिश की, लेकिन उसी टैटू में बने तीन बिंदुओं से मृतक की पहचान उजागर हो गई। पुलिस की जाँच के मुताबिक, सचिन 24 मार्च की रात आखिरी बार शैलेन्द्र के अपार्टमेंट में देखा गया था। उसके बाद से उसका अपने परिवार से कोई संपर्क नहीं था। सचिन के फोन से उसके परिवार को गुमराह करने वाले कुछ संदेश भी भेजे गए, जो वास्तव में शैलेन्द्र ने भेजे थे।
मृतक के भाई द्वारा मिली एफआईआर के बाद पुलिस ने शैलेन्द्र के अपार्टमेंट की तलाशी ली, जहां दीवारों, बाथरूम और बिस्तर के नीचे खून के निशान मिले। मृतक के भाई ने बताया की, आरोपी शैलेन्द्र ने सचिन से 2 लाख रूपए उधार लिए थे, अभी भी उसपर 1.6 लाख बाकी हैं। उसने संदेह जताया की बकाया पैसा मांगने पर शैलेन्द्र ने ही सचिन को मार डाला। पुलिस को संदेह है कि, आरोपी ने शव के टुकड़े करने के लिए इलेक्ट्रिक कटर का उपयोग किया है। पुलिस ने फॉरेंसिक साक्ष्य जुटाए हैं और शव के अंगों को जांच के लिए भेजा है। फिलहाल, आरोपी की तलाश जारी है।