UP Crime: संतकबीरनगर जिले के खलीलाबाद क्षेत्र स्थित टेमा रहमत में एक निजी अस्पताल संस हॉस्पिटल एंड ट्रामा सेंटर में कार्यरत 24 वर्षीय नर्स ममता की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। उसके गले पर खरोंच के तीन निशान मिले हैं और पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गले की तीन हड्डियाँ टूटी पाई गई हैं। परिजनों ने अस्पताल संचालक रामजी राव पर हत्या का आरोप लगाया है। पुलिस ने संचालक को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है और अस्पताल को सील कर दिया गया है।
मां को दी थी सूचना, लेकिन सुबह बेसुध मिली:-
ममता ने सोमवार रात अपनी मां को फोन करके बताया था कि वह रात में अस्पताल में ही रुकेगी और सुबह घर आएगी। लेकिन सुबह 7 बजे तक जब वह नहीं निकली तो पड़ोसी कर्मचारियों ने देखा कि वह कमरे में बेसुध पड़ी थी। गले पर निशान मिलने के बाद परिजनों को सूचना दी गई। मौके पर पहुंचे परिजनों ने जमकर अस्पताल में हंगामा किया। परिवार का कहना है कि ममता की मौत गला दबाने से हुई है। पोस्टमार्टम चार डॉक्टरों की टीम द्वारा किया गया, जिसमें दो महिला चिकित्सक भी शामिल थीं। फॉरेंसिक जांच के लिए वेजाइनल स्वाब भी लिया गया है।
अस्पताल संचालक की सफाई और पुलिस जाँच:-
रामजी राव ने बताया कि, ममता को किडनी में पथरी थी और दवा दी गई थी। रात को उसे दर्द हुआ तो दवा और इंजेक्शन दिया गया, फिर वह सो गई। सुबह पता चला कि वह सांस नहीं ले रही है। रामजी राव के बयान के आधार पर पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज खंगाले हैं, लेकिन रात में कमरे की ओर कोई आता नहीं दिखा। अंदेशा जताया जा रहा है कि हत्यारा छत की ओर से हॉल में लगी सीढ़ी से कमरे में दाखिल हुआ हो सकता है। पुलिस ने सीसीटीवी की DVR को जब्त कर लिया है और जांच जारी है कि रात में कौन-कौन अस्पताल में मौजूद था। सोमवार रात चार मरीज भर्ती थे, और दूसरी नर्स भी ड्यूटी पर थी जिससे पूछताछ की गई है। बतादे, ममता पांच भाई-बहनों में सबसे बड़ी थी और पिछले 13 महीनों से अस्पताल में रिसेप्शनिस्ट व स्टाफ नर्स की भूमिका निभा रही थी। वह आत्मनिर्भर बनना चाहती थी और सप्ताह में एक बार ही घर आती थी।