UP CRIME: हाल ही में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई, जहाँ कक्षा 2 के एक मासूम बच्चे ने सिर्फ इसलिए अपनी जान ले ली क्योंकि वह अपने पिता की डांट बर्दाश्त नहीं कर सका। यह घटना न सिर्फ उस परिवार के लिए बल्कि पूरे समाज के लिए एक बड़ा सबक है।
आपको बता दें लाल मस्जिद के पास रहने वाले निसार सब्जी बेचने का कार्य करते हैं. बुधवार की सुबह उन्होंने अपने कक्षा 2 में पढ़ने वाले 11 साल के बेटे शादान उर्फ शाहरुख को इसलिए डांट दिया था क्योंकि वो लगातार स्कूल की छुट्टी कर रहा था और पढ़ाई पर ध्यान नहीं दे रहा था. परिजनों के अनुसार डांट के बाद शाहरुख काफी देर से घर से गायब था, तब उसकी बहन जीनत उसे तलाश करती हुई पास के मकान में पहुंची तो वहां देखा की शाहरुख के गले में फांसी का फन्दा लगा हुआ है, उसकी जीभ मुंह से बाहर निकल गयी थी.पुलिस ने शव पंचनामा भरवा कर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया. फॉरेंसिक टीम भी घटना स्थल पहुंची ओर उस जगह का जायजा लिया जहां मृतक ने फांसी लगाई थी.
बच्चों का कोमल मन
बच्चों का दिल बहुत नाज़ुक होता है। वे जिस तरह से चीज़ों को महसूस करते हैं, वह बड़ों से अलग होता है। हम कभी-कभी यह भूल जाते हैं कि डांट या गुस्से के शब्द बच्चों के दिल पर गहरी चोट कर सकते हैं। बच्चे अपनी भावनाओं को शब्दों में नहीं कह पाते, और कई बार ऐसी घटनाएं घट जाती हैं, जो बेहद दुखद होती हैं।