हाथरस। उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में 14 सितंबर को बूलगढ़ी गांव की एक युवती के साथ कथित बलात्कार हुआ था। और 29 सितंबर को पीड़ित की दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में मौत हो गई थी। उसके बाद पुलिस ने एक और कारनामा कर किया। कि रातों-रात पीड़ित का अंतिम संस्कार कर दिया था। बता दें कि हाथरस गैंगरेप केस में सीबीआई (CBI) ने बुधवार को स्पेशल SC/ST कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी। 16 दिसंबर को हुई सुनवाई के दौरान CBI ने कोर्ट से 18 दिसंबर तक जांच पूरी करने की बात कही थी। 22 सितंबर को पीड़ित की मौत से पहले आखिरी बयान को चार्जशीट का आधार बनाया है। वहीं आरोपी पक्ष के वकील ने बताया- CBI ने इस मामले में आरोपी बनाए गए चार लोगों के खिलाफ IPC की धारा 325-SC/ST एक्ट, 302, 354, 376 A और 376 D के तहत चार्जशीट फाइल की है।
पीड़िता के भाई का होगा साइकोलॉजिकल टेस्ट
CBI पीड़ित के भाई को फोरेंसिक साइकोलॉजिकल टेस्ट के लिए गुजरात लेकर जाएगी। हाथरस केस में पीड़ित के भाई ने ही FIR दर्ज कराई थी। सूत्रों की मानें, तो CBI को कुछ सवालों के सटीक जवाब चाहिए। इसलिए, पीड़ित के भाई का साइक्लोजिकल असेस्मेंट कराया जा रहा है। इस तरीके से पूछताछ में डायरेक्टर और इनडायरेक्ट सवाल किए जाते हैं। पूरी प्रोसेस की रिकॉर्डिंग की जाती है। CBI ने अलीगढ़ जेल में बंद चारों आरोपियों को पिछले महीने गुजरात ले जाकर उनका ब्रेन मैपिंग टेस्ट करवाया था। आरोपियों का पॉलीग्राफ टेस्ट और बायोस प्रोफाइलिंग भी हुई थी। इसकी रिपोर्ट एक हफ्ते पहले ही CBI को मिल चुकी है।
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कोर्ट ने हाथरस के DM और SP को तलब किया
कोर्ट ने 16 दिसंबर को ही सुनवाई की अगली तारीख 27 जनवरी तय कर दी थी। कोर्ट ने उस दिन हाथरस के DM प्रवीण कुमार और SP रहे विक्रांत वीर को तलब किया है। तब पीड़ित परिवार भी कोर्ट में मौजूद होगा। हालांकि, अभी तक कोर्ट ने पीड़ित परिवार को मकान और नौकरी देने के बारे में कोई आदेश नहीं दिया गया है। पीड़ित परिवार की वकील सीमा कुशवाहा ने कहा- पीड़ित परिवार को कंपनसेशन दिलाने की जिम्मेदारी हाथरस DM की थी, लेकिन अब तक कुछ भी नहीं हुआ।
ये था मामला
14 सितंबर को उत्तर प्रदेश के हाथरस में एक दलित लड़की के साथ कुछ युवकों ने कथित तौर पर गैंगरेप किया थी। लड़की के साथ मारपीट भी की गई थी। गंभीर हालत में लड़की को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां 29 सितंबर को उसकी मौत हो गई। जिसके बाद सफदरजंग अस्पताल में पीड़ित की मौत के बाद पुलिस ने रात में ही पीड़ित का शव गांव ले जाकर परिवार की गैरमौजूदगी में अंतिम संस्कार कर दिया था। उत्तर प्रदेश सरकार पर सवाल उठने के बाद CM योगी आदित्यनाथ ने घटना की CBI जांच की सिफारिश की थी। बता दें CBI ने 11 अक्टूबर को हाथरस केस की जांच शुरू की थी। अब तक पीड़ित और आरोपियों के परिजन समेत 50 से ज्यादा लोगों से पूछताछ की जा चुकी है। घटनास्थल पर सबसे पहले पहुंचने का दावा करने वाले चश्मदीद छोटू से भी कई बार पूछताछ की गई है। सीन री-क्रिएशन के साथ घटनास्थल का नक्शा भी बनाया गया।https://gknewslive.com